Uttarakhand News: भारी बारिश से बागेश्वर में मकान ढहा, सास-बहू घायल, गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर
गीता देवी पत्नी स्व. रमेश राम का मकान भूस्खलन की चपेट में आने से ध्वस्त हो गया। इससे गीता देवी व उसकी सास भागुली देवी घायल हो गए। उन्हें ग्रामीणों की मदद से सीएचसी बैजनाथ लाया गया जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: उत्तराखंड में बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है। कई सड़कें मलबे से बाधित हैं। बिजली-पानी का संकट अलग से है। वहीं बागेश्वर के लाहुर घाटी में बुधवार की रात हुई भारी वर्षा से काफी नुकसान हुआ है। कई आवासीय मकान, गोशाला, सड़क, पुलिया ध्वस्त होने के साथ ही 50 नाली उपजाऊ भूमि बह गई। आपदा से सास व बहू घायल हो गए। उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
जखेड़ा में गीता देवी पत्नी स्व. रमेश राम का मकान भूस्खलन की चपेट में आने से ध्वस्त हो गया। इससे गीता देवी व उसकी सास भागुली देवी घायल हो गए। उन्हें ग्रामीणों की मदद से सीएचसी बैजनाथ लाया गया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। बच्चों ने बमुश्किल भागकर जान बचाई।
इसके अलावा महेंद्र कुमार, चंदन सिंह के आवासीय मकान भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। ग्रामीण हेम चंद्र व प्रेम राम का मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। गनीगांव में सूरज सिंह पुत्र कुशल सिंह का गौशाला जमींदोज हो गया। जिससे उनकी दो बकरी, एक गाय की मलबे में दबने से मौत हो गई और भैंस चोट लगने से घायल हो गई।
भारी बारिश से जखेड़ा- डाकघट-लमचूला मोटर मार्ग चार किमी बह गया है। गांव का सड़क से संपर्क टूट गया है। लमचूला के पूर्व ग्राम प्रधान मदन सिंह बिष्ट ने बताया कि कई आवासीय मकानों के पीछे मलबा आने से उन्हें खतरा हो गया है। कई शौचालय मलबे में दब गए हैं। इसके अलावा पेयजल टंकी व पैदल पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है।
लाहुर घाटी विकास मंच के अध्यक्ष व जखेड़ा के पूर्व ग्राम प्रधान ईश्वर सिंह परिहार ने बताया कि जखेड़ा में शवदाह गृह, पुलिया व पचास नाली उपजाऊ भूमि लाहुर नदी के उफान पर आने से बह गई है। बैगांवकौलरो में मलबा आने से कई ग्रामीणों के शौचालय क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
सूचना मिलते ही राजस्व उप निरीक्षक प्रकाश सिंह, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी दीपक सिंह ने आपदाग्रस्त गांवों का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया।