tourism season मुनस्यारी में अक्टूबर अंत तक नहीं मिलेंगे होटल, लॉज और पर्यटक आवास गृह
एक अक्टूबर से मुनस्यारी में होटल लॉज व पर्यटक आवास गृहों में तिल रखने की जगह नहीं होगी। देश भर से आने वाले पर्यटकों ने आवास के लिए एडवांस बुकिंग करा ली है।
पिथाैरागढ़, मुनस्यारी : एक अक्टूबर से मुनस्यारी में होटल, लॉज व पर्यटक आवास गृहों में तिल रखने की जगह नहीं होगी। देश भर से आने वाले पर्यटकों ने आवास के लिए एडवांस बुकिंग करा ली है। पर्यटन कारोबारी पर्यटकों के स्वागत को तैयार हैं।
बंगाल में दुर्गा पूजन शुरू होने के साथ ही पर्यटक का रू ख पहाड़ की ओर होने लगता है। मुनस्यारी में अप्रैल से जून और अक्टूबर से दिसंबर मध्य तक पर्यटन सीजन रहता है, इस वर्ष अप्रैल मई में लोक सभा चुनावों के चलते पश्चिम बंगाल से पर्यटक बहुत कम संख्या में मुनस्यारी पहुंचा था। जिसकी कसर अक्टूबर से शुरू होने वाले पर्यटन सीजन में पूरा होने की उम्मीद है। पश्चिम बंगाल से इस बार रिकॉर्ड बुकिंग आई है। एक अक्टूबर से छब्बीस अक्टूबर तक हिमनगरी के समस्त होटल, लॉज, पर्यटक आवास गृह एडवांस बुक हो चुके हैं। पर्यटन कारोबारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि हिमनगरी को पहली बार इतनी बड़ी एडवांस बुकिंग मिली है। पश्चिम बंगाल का पर्यटक दुर्गा पूजा के दौरान उत्तराखंड का रुख करता है। कई पर्यटक दुर्गा पूजा से पहले पहुंचते हैं और पूजा के लिए घर लौट जाते हैं, तो कई दुर्गा पूजा के बाद घूमने के लिए आते हैं। देवेंद्र सिंह, होटल एसोसिएशन पदाधिकारी ने बताया के पर्यटन सीजन के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पर्यटकों को बेहतरीन सुविधाएं दी जायेंगी। बीते वर्ष पर्यटकों की डिमांड पर कैंप फायर का आयोजन किया गया था, इस वर्ष भी पर्यटकों की मांग पर ऐसे आयोजन किए जायेंगे। इस वर्ष पर्यटकों को सीमांत के इतिहास को समेटे संग्रहालय का भ्रमण करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
नंदा देवी और मदकोट के जल स्रोत खूब पंसद आते हैं बंगाली पर्यटकों को
प्रदेश की हिमनगरी मुनस्यारी आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद डांडाधार नंदा देवी और मदकोट के गर्म जल स्रोत रहते हैं। इसके अलावा अक्टूबर में खिलने वाली गुनगुनी धूप में पंचाचूली के दर्शन को भी पर्यटक खूब पंसद करते हैं। खलिया टॉप, नेसर कुंड और थामरी कुंड ऐेसे स्थल हैं जो पर्यटकों को बांधे रखते हैं।
ये रहता है पर्यटकों का रू ट
हिमनगरी मुनस्यारी आने वाले पर्यटक काठगोदाम से नैनीताल होते हुए रानीखेत पहुंचते हैं। जहां से वे कौसानी दर्शन कर चौकोड़ी और पाताल भुवनेश्वर जैसे खूबसूरत स्थलों में पहुंचते हैं। इसके बाद पर्यटकों का अंतिम डेस्टिनेशन मुनस्यारी रहता है। मुनस्यारी से पर्यटक वाया सेराघाट होते हुए वापस काठगोदाम को रवाना होते हैं, पर्यटक पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय की ओर कम रुख करता है।