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बेहद सौम्य व मिलनसार थे हेम चंद्र अधिकारी, आत्महत्या पर सभी हैं स्तब्ध nainital news

बागेश्वर के शौलवानी निवासी हेमचंद्र अधिकारी (53) एसएसबी में सब इंस्पेक्टर थे। तीन साल पहले उनकी पोस्टिंग गोरखपुर स्थित एसएसबी के सेक्टर मुख्यालय में हुई थी।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 04:11 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 04:11 PM (IST)
बेहद सौम्य व मिलनसार थे हेम चंद्र अधिकारी, आत्महत्या पर सभी हैं स्तब्ध nainital news
बेहद सौम्य व मिलनसार थे हेम चंद्र अधिकारी, आत्महत्या पर सभी हैं स्तब्ध nainital news

बागेश्वर, जेएनएन : गोरखपुर के चितुआताल थाना क्षेत्र के एसएसबी कैंपस के अधिकारी आवास में हेमचंद्र अधिकारी के आत्महत्या करने पर गांव शोक में डूब गया है। परिजन परेशान और हताश हैं। मृतक बेहद सौम्य और मिलनसार थे। गरुड़ तहसील के शिलंगबाड़ी गांव निवासी एसआइ हेम चंद्र अधिकारी के आत्महत्या की सूचना मिलते ही उनके गांव में शोक की लहर दौड़ गई। वह चितुआताल में पिछले तीन साल से उपनिरीक्षक के पद पर पोङ्क्षस्टग होकर आए थे। पिता मथुरा दत्त अधिकारी 90 वर्ष व माता कलावती देवी 85 वर्ष की हैं। उन्हें घटना की अभी जानकारी नहीं दी गई है। 53 वर्षीय हेम चंद्र तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। वह 19 साल की आयु में भर्ती हो गए थे। उनकी पत्नी सुनीता घर में बच्चों की देखभाल करती हैं। उनके तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ी पुत्री गीता देहरादून में रहकर पढ़ाई कर रही है। बड़ा बेटा शुभम 11 साल का व छोटा मोहित नौ साल का है। हेम चंद्र एक माह पूर्व अपने घर अवकाश पर आए थे और तब सबकुछ ठीकठाक था। अचानक आत्महत्या कर जीवन लीला समाप्त करना परिजनों के गले नहीं उतर रहा है। परिजनों के अनुसार गत गुरुवार को उनका फोन भी आया था।

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गुरुवार रात लगा ली थी फांसी

सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के सब इंस्पेक्टर हेमचंद्र अधिकारी ने गुरुवार रात फर्टिलाइजर कैंपस स्थित सरकारी आवास में फंदे से लटककर जान दे दी। सुबह उनका शव देख पड़ोस में रहने वाले जवानों ने इसकी सूचना एसएसबी अधिकारियों व पुलिस को दी। बागेश्वर, उत्तराखंड के शौलवानी निवासी हेमचंद्र अधिकारी (53) एसएसबी में सब इंस्पेक्टर थे। तीन साल पहले उनकी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित एसएसबी के सेक्टर मुख्यालय में हुई थी। परिसर स्थित ऑफिसर्स क्वार्टर में वह रहते थे। शुक्रवार सुबह नौ बजे तक हेमचंद्र के कमरे से बाहर न निकलने पर अगल-बगल रहने वाले जवानों ने आवाज दी, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। खिड़की के रास्ते देखा तो छत की कुंडी से बंधी रस्सी के सहारे हेमचंद्र का शव लटक रहा था। फॉरेंसिक टीम के साथ पहुंचे चिलुआताल थानेदार ने दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकाला। सीओ कैंपियरगंज दिनेश सिंह ने बताया कि सब इंस्पेक्टर के खुदकशी करने के कारणों की जांच की जा रही है। 

रात में पत्नी से हुई थी बात

हेमचंद्र के फोन की जांच करने पर पता चला कि रात में पत्नी सुनीता से उनकी बातचीत हुई थी। परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटी गीता और दो बेटे शिवम और मोहित हैं।

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