सीमांत की ऊंची चोटियों पर भारी हिमपात, नलों का जम गया पानी, पिघालाकर काम चला रहे लोग
Uttarakhand Weather News Update सीमांत जिले पिथौरागएढ़ में बुधवार को मौसम बदल गया। मुनस्यारी में पारा शून्य से नीचे चला गया। नलों में पानी जम जाने के कारण आपूर्ति बाधित रही। कड़ाके की ठंड के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : सीमांत जिले पिथौरागएढ़ में बुधवार को मौसम बदल गया। मुनस्यारी में पारा शून्य से नीचे चला गया। नलों में पानी जम जाने के कारण आपूर्ति बाधित रही। कड़ाके की ठंड के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। कुमाऊं के अन्य पर्वतीय जिलों के साथ ही तराई में भी कोहरे के चलते ठिठुरन बढ़ गई है। हालांकि दिन में धूप खिली रहने से राहत रही।
मुनस्यारी की ऊंची चोटी पंचाचूली, हंसालिंग और राजरंभा में बुधवार को हिमपात हुआ है। ताजे हिमपात से पूरे तहसील क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बुधवार को न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री और अधिकतम छह डिग्री से ऊपर नहीं बढ़ा। तापमान शून्य से नीचे चले जाने से नलों में पानी जम गया। आपूर्ति के लिए जल संस्थान कर्मियों को जगह-जगह आग जलाकर पाइपों को गर्म करना पड़ रहा है।
कई जगह पानी जम जाने से लोग हैंडपंप से पानी निकालकर जरूरत पूरी कर रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन मौसम का हाल ऐसा ही बने रहने की संभावना जताई है। धारचूला के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी जारी है। घाटी वाले क्षेत्रों में सुबह 10 बजे तक कोहरा व उसके बाद बादल छाए रहने से ठंड में इजाफा हो गया है।
नैनीताल में हिमपात की प्रबल संभावना
नव वर्ष से पहले एक के बाद एक दो पश्चिमी विक्षोभ आने से कुमाऊं में हिमपात की संभावना प्रबल लग रही है। पहला पश्चिमी विक्षोभ 24 दिसंबर तक पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है। 26 दिसंबर के आसपास अगला पश्चिमी विक्षोभ संभव है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि दूसरे मौसमी सिस्टम के अधिक मजबूत होने की वजह से 27 दिसंबर को कुमाऊं के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश व हिमपात होने की संभावना बन रही है।