टनकपुर में ड्यूटी के दौरान ही लापता हो गए स्वास्थ्य अधिकारी, कुछ दिनों पहले चंपावत के एसडीएम भी हुए थे 'लापता'
Tanakpur Health officer missing टनकपुर के उचौलीगोठ में तैनात सीएचओ लापता हो गए हैं। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है। वह तीन पहले लापता हुए थे मगर अभी तक उनका कोई पता नहीं चल सका है। उनका फोन भी बंद जा रहा है।
संवाद सहयोगी, टनकपुर : Tanakpur Health officer missing: चंपावत जिले में अधिकारी अचानक से लापता हो रहे हैं। इससे अधिकारियों के माथे पर बल पड़ा रहा है। पहले चंपावत के सदर एसडीएम अचानक लापता हो गए थे, हालांकि दो दिन बाद वह लौट अाए थे। मगर अब जिले के टनकपुर के उचौलीगोठ में तैनात एक स्वास्थ्य अधिकारी ड्यूटी करते- करते लापता हो गए हैं। टनकपुर पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
तीन दिन पहले की घटना
मामला तीन दिन पहले का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, टनकपुर के उचौलीगोठ कम्यूनिटी हेल्थेनस सेंटर में तैनात सीएचओ यानी कम्यूनिटी हेल्थ आफिसर 32 वर्षीय संजय शर्मा पुत्र जगवीर शर्मा 15 सिंतबर को ड्यूटी के दौरान ही रहस्यमयी तरीके से कहीं लापता हो गए। तब से तीन दिन बीत गए, मगर उनका पता नहीं चल सका है। स्वजनों की सूचना पर पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
एटीएम से 11 हजार रुपये भी निकाले
कोतवाल चंद्र मोहन सिंह ने बताया कि 32 वर्षीय संजय शर्मा पुत्र जगवीर शर्मा निवासी विष्णुपुरी कालोनी डयूटी के लिए अपने घर से उचौलीगोठ हेल्थनेश सेंटर गए थे, जहां उन्होंने अपनी बाइक खड़ी कर चाबी कार्यालय में रखी और किसी को बिना बताए गायब हो गए। बताया कि उस दिन उन्होंने शाम को टनकपुर के पीएनबी एटीएम से 11 हजार रुपये की धनराशि भी निकाली।
ग्रामीणों ने ई-रिक्शे से टनकपुर की ओर आते देखा था
कोतवाल ने बताया कि सीएचओ की खोजबीन के लिए पुलिस टीम तैनात कर नंबर सर्विलांस में लगा दिया गया है। बताया कि फिलहाल उनका मोबाइल बंद आ रहा है। उचौलीगोठ के ग्रामीणों का कहना है कि संजय को ई-रिक्शे से टनकपुर की ओर आते देखा गया था। बताया जा रहा है कि वह कुछ समय से परेशान चल रहे थे।
चंपावत के एसडीएम भी हुए थे 'लापता'
कुछ दिनो पहले चंपावत के सदर एसडीएम अनिल चन्याल (Champawat SDM Anil Chanyal) भी बिना बताए कहीं चले गए थे। जाने से पहले उन्होंने अपने कुकु, गार्ड आदि स्टाफ को भी छुट्टी पर भेज दिया था। इससे पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था। पुलिस की तीन टीमें उनकी तलाश में लगाई थीं। हालांकि अगले ही दिन उन्होंने खुद डीएम और एसपी को फोन कर खुद के सुरक्षित होने की जानकारी दी थी और फिर इसके अगले ही दिन सुबह वह चंपावत लौट आए थे।