Haldwani में खुला अनोखा स्टूडियो... छह साल से 60 साल तक के बुजुर्ग दूर कर रहे तनाव; मनोविज्ञानियों को भायी ये हीलिंग थैरेपी
Pottery Studio in Haldwani हल्द्वानी में छह साल के बच्चे से लेकर 60 साल के बुजुर्ग पारंपरिक गतिविधियों और कलाओं की ओर आकर्षित होकर मिट्टी के बर्तन बनाने (पॉटरी) जैसी पारंपरिक गतिविधियों में दिलचस्पी ले रहे हैं। स्टूडियो में मेडिकल कालेज में पढ़ने वाले एमबीबीएस के छात्र भी आते हैं। कई घरों से मां अपने सभी बच्चों को लेकर पहुंचती हैं।
विनय ने इंजीनियरिंग छोड़ खोला स्टूडियो
300 से 600 रुपये तक फीस
हाथ पर मिट्टी के स्पर्श होकर सूखने तक तो शरीर व मन को अलग अनुभूति होती है। मेरा मकसद लोगों को तनाव से दूर करना है। जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। हर वर्ग स्टूडियो में आ रहा है।
विनय अस्थाना, संस्थापक, पॉटरी स्टूडियो
निश्चित रूप से मिट्टी के बर्तन व अन्य कलाकृति बनाने से मन को अलग शांति मिलती है। चिकित्सा क्षेत्र में इसे मड थेरेपी या प्राकृतिक चिकित्सा कहा जाता है। मिट्टी से जुड़कर शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। पाजीटिव एनर्जी आती है। हाथ में मिट्टी लगते ही ठंडक का एहसास होता है। इससे मन को अच्छा लगता है और तनाव को कम किया जा सकता है।
डा. युवराज पंत, मनोविज्ञानी