जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: Haldwani News: हल्दूपोखरा नायक गांव में पांच दिन से आतंक का पर्याय बने आवारा सांड को ग्रामीणों की मदद से डाक्टर ने ट्रैंकुलाइज कर लिया है। उसे आबादी से दूर जंगल में छोड़ा गया है। सांड के हमले में एक युवक के जान जाने की चर्चा है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।
वहीं सांड ने एक युवक पर हमला कर उसकी पसलियां तोड़ दी। जबकि दूसरे युवक का कान सींग मारकर फाड़ दिया है। दोनों घायलों को डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सत्संग प्रमुख प्रदीप सिंह दरम्वाल व नरेंद्र दरम्वाल ने बताया कि गांव में एक आवारा सांड कई दिनों से घूम रहा था। पांच दिन से सांड लोगों पर हमलावर हो गया।
मार्निंग वाक पर आए बुजुर्ग को पटक दिया
राह चलते लोगों पर वह हमला कर रहा था। उन्होंने बताया कि कुसुमखेड़ा से मार्निंग वाक पर आए एक बुजुर्ग को सांड से उठाकर पटक दिया था। जिन्होंने डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
हालांकि बुजुर्ग के मौत की पुष्टि नहीं हो सकी। लेकिन सांड के हमले में घायल विजय राणा व श्याम कश्यप को एसटीएच में भर्ती किया है। सांड के हमले में विजय के सीने की पांच पसलियां टूट गई हैं।
आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर उसे उपचार कराने में दिक्कत आ रही है तो वहीं श्याम कश्यप का कान फटा है। हल्दूपोखरा निवासी नरेंद्र ने बताया कि सांड के हमले की सूचना प्रशासन व नगर निगम को दी गई।
शनिवार को पशु चिकित्सक गांव पहुंचे। 100 से अधिक लोगों को थकाया आवारा सांड को पकड़ने के लिए शनिवार को लगे 100 लोग थक गए। बमुश्किल सांड को घेरा गया। पशु चिकित्सक ने उसे ट्रैंकुलाइज किया। साथ ही नाक को छेदकर उसे काबू में किया। इसके बाद ट्राली पर लादकर दूर जंगल में छोड़ा है।
जगह की तलाश में नगर निगम
बेसहारा पशुओं को रखने के लिए नगर निगम के पास कोई पशुशाला तक नहीं है। सामाजिक संगठन व गो सेवक लगातार मांग करते रहे हैं कि बेसहारा व चोटिल पशुओं को रखने, भोजन-पानी आदि देने की व्यवस्था हो, लेकिन निगम प्रशासन कोई प्रबंध नहीं कर पाया है।
नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय का कहना है कि सीडीओ की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई बैठक में जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। एक महिला ने बेसहारा पशुओं के लिए काम करने की इच्छा जताते हुए निगम से सहयोग का आग्रह किया है। आयुक्त ने महिला को सोमवार को वार्ता के लिए बुलाया है।