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हल्द्वानी विधायक ने CM को गिनाए 10 काम, तीन के लिए चाहिए 2250 करोड़, जानें प्राथमिकता में हैं कौन से प्रोजेक्ट

Nainital News विधायक सुमित हृदयेश के प्रस्ताव में शामिल आइएसबीटी और चिड़ियाघर पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्व. डा. इंदिरा हृदयेश के ड्रीम प्रोजेक्ट भी रहे हैं। 2012 से 2017 के बीच वित्त मंत्री रहते हुए इंदिरा ने ही इनका प्रस्ताव बनाया था लेकिन मौजूदा समय में इनकी कवायद ठप पड़ी है।

By govind singhEdited By: Rajesh VermaWed, 30 Nov 2022 07:42 AM (IST)
हल्द्वानी विधायक ने CM को गिनाए 10 काम, तीन के लिए चाहिए 2250 करोड़, जानें प्राथमिकता में हैं कौन से प्रोजेक्ट
सुमित हृदयेश ने सीएम को टाप 10 कामों से जुड़े प्रस्ताव पत्र सौंपे।

गोविंद बिष्ट, हल्द्वानी : Nainital News: अक्टूबर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सभी विधायकों से कहा था कि अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास से जुड़े दस अहम प्रस्ताव तैयार करे, ताकि सरकार इन्हें धरातल पर उतारने की दिशा में आगे बढ़ सके। मंगलवार को देहरादून में हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश (Haldwani MLA Sumit Hridayesh) ने सीएम को टाप 10 कामों से जुड़े प्रस्ताव पत्र सौंपे।

तीन बड़े प्रोजेक्ट के लिए चाहिए 2250 करोड़ रुपये

हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश की प्राथमिकता में पहले तीन काम आइएसबीटी, रिंग रोड और अंतरराष्ट्रीय चिड़ियाघर का निर्माण है। इन तीन बड़े प्रोजेक्ट के लिए ही 2250 करोड़ रुपये की जरूरत है। बजट की यह स्थिति भी पुरानी है। वर्तमान में इनकी डीपीआर में पुन: संशोधन होगा। उसके बाद बजट का ग्राफ और आगे बढ़ेगा।

लिस्ट में शामिल हैं ये प्रस्ताव

विधायक सुमित हृदयेश के प्रस्ताव में शामिल आइएसबीटी और चिड़ियाघर पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्व. डा. इंदिरा हृदयेश के ड्रीम प्रोजेक्ट भी रहे हैं। 2012 से 2017 के बीच वित्त मंत्री रहते हुए इंदिरा ने ही इनका प्रस्ताव बनाया था, लेकिन मौजूदा समय में इनकी कवायद ठप पड़ी है। इसके अलावा हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र से जुड़े कई अन्य कामों को भी प्रस्ताव में शामिल किया गया है। स्कूलों की मरम्मत, पेयजल सुविधा, जलभराव से निजात, सड़क, स्वास्थ्य से जुड़े काम भी शामिल हैं। अब देखना यह है कि सरकार विधायक के सौंपे प्रस्तावों पर कितना आगे बढ़ती है।

इन तीन बड़े प्रोजेक्ट का हाल जानिए

चिड़ियाघर: 2015 में गौलापार में अंतरराष्ट्रीय चिड़ियाघर का प्रस्ताव बना। 75 करोड़ खर्च का आकलन। 412 हेक्टेयर वनभूमि का इस्तेमाल होना था।

ये है हाल: जू के नाम पर सबसे मुख्य काम सुरक्षा दीवार बनी। स्टाफ के लिए दफ्तर खुला और तैनाती भी हुई। उसके बाद से प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया।

आइएसबीटी: 2016 में गौलापार में इंटरनेशनल स्टेडियम के बगल में आठ हेक्टेयर जमीन तलाशी। 75 करोड़ खर्च का आकलन। काम शुरू भी हुआ।

ये है हाल: जून 2017 में नर कंकाल का मुद्दा उठा। इसके बाद काम बंद करवा दिया। साढ़े छह साल से चल रही जमीन की तलाश पूरी नहीं हो सकी।

रिंग रोड: अप्रैल 2017 में हल्द्वानी में रिंग रोड का प्रस्ताव बना। शुरूआत लागत 400 करोड़। अंतिम बार बजट की जरूरत 2100 करोड़ बताई गई।

ये है हाल: 1.57 करोड़ रुपये फिजिबिलिटी टेस्ट पर खर्च किए गए। उसके बाद डीपीबार में संशोधन का दौर चला। वर्तमान में प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते मे।

प्रस्ताव में शामिल सात अन्य काम

  • बनभूलपुरा क्षेत्र में राजस्व व रेलवे का संयुक्त सीमांकन व मलिन बस्तियों का पुन: सर्वे।
  • बाजार क्षेत्र व मुख्य मार्ग से जुड़ी 21 किमी सड़कों के लिए बजट की मांग।
  • हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र के प्राइमरी-माध्यमिक स्कूलों की मरम्मत के लिए पैसे।
  • बेस और महिला अस्पताल के अलावा स्वास्थ्य केंद्र मोटाहल्दू के लिए बजट।
  • एसटीएच में कैथ लैब के अलावा नशे से मुक्ति दिलाने के लिए केंद्र निर्माण।
  • जलभराव की समस्या दूर करने को रकसिया-कलसिया में सुरक्षा दीवार की मांग।
  • दमुवाढूंगा, शीशमहल व काठगोदाम में नलकूप निर्माण व अन्य व्यवस्था को 850 लाख की मांग।