शिक्षकों का बोझ कम कर रही है सरकार : अरविंद पांडेय
प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरङ्क्षवद पांडेय ने कहा कि सरकार शिक्षकों के बोझ को कम कर रही है। उन्होंने बागेश्वर जनपद को शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल बताया।
कौसानी/गरुड़ (बागेश्वर) जेएनएन : प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरङ्क्षवद पांडेय ने कहा कि सरकार शिक्षकों के बोझ को कम कर रही है। उन्होंने बागेश्वर जनपद को शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल बताया। इस मौके पर उन्होंने जनपद के 11 शिक्षकों को सम्मानित किया। कौसानी व गरुड़ पहुंचने पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय का विधायक चंदन राम दास, भाजपा जिला महामंत्री शिव सिंह बिष्ट, सांसद प्रतिनिधि घनश्याम जोशी ने फूलमाला, शॉल व स्मृति चिह्न प्रदान कर भव्य स्वागत किया।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री पांडेय ने कहा कि सरकार अब सीधे बच्चों के खातों में धनराशि डाल रही है। इससे शिक्षकों का बोझ कम हुआ है। सरकार शिक्षकों का बोझ और भी कम करने की योजना बना रही है। उन्होंने जनपद में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता है। यदि एक शिक्षक दस बच्चों को भी मुकाम पर पहुंचा दे तो यह उसके जीवन का सबसे बड़ा पुण्य है। उन्होंने कहा कि शिक्षक ईमानदारी से कार्य करें। प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार को जड़ से उखाडऩे में लगी है। इस दौरान अपर शिक्षा निदेशक कुमाऊं डॉ. मुकुल कुमार सती, जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक नरेश शर्मा, जिला शिक्षाधिकारी बेसिक पदमेंद्र सकलानी, खंड शिक्षाधिकारी उमेद ङ्क्षसह रावत आदि मौजूद थे।
शिक्षा के क्षेत्र में बागेश्वर जनपद अव्वल
शिक्षा मंत्री पांडेय ने कहा कि प्रदेश में बागेश्वर जनपद शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल स्थान पर है। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष बागेश्वर का हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का बोर्ड परीक्षाफल उत्कृष्ट रहता है और यहां के बच्चे मेरिट सूची में भी स्थान बनाते आ रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने किया पौधरोपण
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने राज्य अतिथि गृह कौसानी में वृक्षप्रेमी दिनेश लोहनी द्वारा उपलब्ध कराए गए पौधे रोपे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण जरूरी है।
इन शिक्षक-शिक्षिकाओं को किया सम्मानित
सुरेश सती, डीएल वर्मा, नवीन मिश्रा, प्रेम सिंह दोसाद, सुंदर नेगी, हेम लोहनी, शंकर बिष्ट, नीता अलमिया, प्रेमा भट्ट, निर्मला आर्या, हेमंती बिष्ट।
यह भी पढ़ें : मैं शिक्षा मंत्री जरूर पर शिक्षाविद नहीं : अरविंद पांडेय