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सलाह: सांप के काटने पर झाड़-फूंक के बजाय सीधे जाएं अस्पताल

बरसात का सीजन होने की वजह से रिहायशी इलाकों में घरों में सांप घटनाएं बढ़ चुकी है। झाड़-फूंक के चक्क्र से बचे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Aug 2019 12:52 AM (IST)Updated: Thu, 29 Aug 2019 01:01 PM (IST)
सलाह: सांप के काटने पर झाड़-फूंक के बजाय सीधे जाएं अस्पताल
सलाह: सांप के काटने पर झाड़-फूंक के बजाय सीधे जाएं अस्पताल

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: बरसात का सीजन होने की वजह से रिहायशी इलाकों में घरों में सांप घुसने की घटनाएं बढ़ चुकी है। सर्पदंश की स्थिति पर कभी भी झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़ें। मरीज को सीधे नजदीकी अस्पताल लेकर जाएं। ताकि जल्द से जल्द एंटी स्नैक वैनम वेक्सीन लग सके।

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दैनिक जागरण प्रश्न पहर में बुधवार को बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे तराई केंद्रीय वन प्रभाग के एसओजी इंचार्ज व रेंजर बरहैनी रूप नारायण गौतम ने लोगों को फोन पर सांप व सर्पदंश से बचाव के टिप्स दिए। कहा कि घरों के आसपास सड़ा-गला भोजन न फेंके। जिससे चूहों का आश्रय बनता है और सांप भी पहुंचते हैं। वहीं, पीड़ित को शांत रखने का पूरा प्रयास करें। क्योंकि घबराहट पर बीपी बढ़ने की वजह से जहर शरीर में तेजी से फैलता है। इसके अलावा लोगों ने फोन पर वन्यजीवों द्वारा किए गए फसलीय नुकसान व मवेशियों पर हमले की घटनाओं में मुआवजे की प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। इन लोगों ने किया फोन

चंद्रशेखर आर्य, मनोज कुमार, देवेंद्र सिंह रौतेला, आनंद सिंह रौतेला, शंकर दत्त पडलिया, चंचल सिंह, मनोज खोलिया, प्रकाश चंद, रमेश सिंह, डीबी सुयाल, दीपक सिंह, राजेंद्र प्रसाद, गोविंद पंत, सुरेश वर्मा व ललित प्रसाद। जंगल को सुरक्षित रखने में दें योगदान

रेंजर रूप नारायण गौतम ने कहा कि जंगल व पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर जन सहभागिता जरूरी है। जंगल के आसपास घूमने वाले संदिग्धों की सूचना देकर आप वन विभाग की मदद कर सकते हैं। सूचना देने वाले की गोपनीयता बरकरार रखी जाएगी। मुआवजा पाने की प्रक्रिया

फसल के नुकसान पर पटवारी व वन विभाग की टीम द्वारा संयुक्त सर्वे किया जाता है। खेत स्वामी को विभाग में आवेदन भी करना होगा। जमीन व फसल का किस्म के हिसाब से अलग-अलग मुआवजा मिलता है। वहीं, सर्पदंश से मौत होने की स्थिति में मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, आधार कार्ड, परिजनों का आधार, अस्पताल में उपचार से संबंधित दस्तावेज लगाने के साथ संबंधित रेंज में आवेदन करना पड़ता है। मुख्यालय से बजट मिलने पर पैसा बांटा जाता है। सांप काटने पर बचाव के तरीके

-सभी सर्पदंश को विषैला मान उपचार करें।

-हाथ या अंगुली पर काटने पर घड़ी, ब्रेसलेट उतार दें, अगर बदन पर कसे हुए कपड़े हैं तो उन्हें ढीला करना होगा।

-हाथ पर पांव पर काटने पर ऊपरी भाग में कपड़ा बांधना चाहिए। ज्यादा टाइट न हो।

-घास व झाड़ी वाले इलाके में संभलकर जाएं।

-कई बार सांप के काटने के लक्षण देरी से पता चलते हैं। इसलिए लापरवाही न करते हुए तुरंत अस्पताल पहुंचें।

-जख्म के आसपास चीरा लगाकर जहर निकालने का प्रयास बिलकुल न करें।

-घरों के आसपास झाड़ियों की सफाई करवाएं।


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