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योजना के ऋण वितरण में लापरवाही पर सहकारी बैंक के जीएम निलंबित

दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना को जमीनी स्तर पर लागू कर पाने में असफल साबित हुए महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक मनोहर सिंह भंडारी को निलंबित कर दिया गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 03:17 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 10:01 AM (IST)
योजना के ऋण वितरण में लापरवाही पर सहकारी बैंक के जीएम निलंबित
योजना के ऋण वितरण में लापरवाही पर सहकारी बैंक के जीएम निलंबित

रुदपुर (ऊधमसिंह नगर) जेएनएन : दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना को जमीनी स्तर पर लागू कर पाने में असफल साबित हुए महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक मनोहर सिंह भंडारी को निलंबित कर दिया गया है। प्रदेश सचिव सहकारी समितियां बीपी मिश्र की तरफ से निलंबन के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा गया कि उनकी तरफ से जहां उच्च अधिकारियों के निर्देशों का लगातार अवहेलना की जाती रही। सहकारिता मंत्री की तरफ से योजना की समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों व ऋण योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने में लापरवाही बरती गई। इतना ही नहीं बैंक महाप्रबंधक की समीक्षा में पाया गया कि मात्र एक स्वयं सहायता समूह को ही ऋण प्रदान किया गया। साथ ही एनपीए खातों की वसूली के लिए जो लक्ष्य दिया गया। वह भी उनकी तरफ से पूरा नहीं किया जा सका।

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यह रहे निलंबन के कारण

प्रदेश सचिव बीपी मिश्र की तरफ से सहकारी बैंक महाप्रबंधक मनोहर सिंह भंडारी को भेजे गए निलंबन आदेश में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी सहित विभागीय लापरवाही की बात कही है। सचिव की तरफ से कहा गया है कि वर्ष 2019-20 में तीन माह बाद भी दीन दयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना में ऋण वितरण की प्रगति संतोषजनक नहीं रही। इतना ही नहीं महाप्रबंधक ने 13 सितंबर, अगस्त व जुलाई में की गई समीक्षा बैठक में भी मध्यकालीन ऋण व स्वयं सहायता समूहों को ऋण वितरण में लापरवाही दिखाई। जबकि उनको उस समय निर्देश दिए गए थे कि वह योजना को धरातल पर शतप्रतिशत लागू कराएं। सचिव ने कहा कि उनकी तरफ से घोर लापरवाही बरतते हुए मात्र एक स्वयं सहायता समूह को ही ऋण दिया जा सका।

ऋण वसूली में फिसड्डी, एटीएम मिले बंद

महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक मनोहर सिेंह भंडारी को एनपीए खातों की धनराशि वसूली का जो लक्ष्य दिया गया उसमें भी वह काफी पीछे रहे। उनकी तरफ से मात्र 4.95 प्रतिशत ही ऋण की वसूली की जा सकी। इन मामलों में अधिकांश ग्राहकों के खिलाफ आरसी काटे जाने की कार्रवाई महाप्रबंधक के स्तर पर की जानी थी जो कि नहीं की गई। इसके साथ ही किच्छा स्थित सहकारी बैंक एटीएम व बेरियादौला में स्थापित किए गए एटीएम निरीक्षण में बंद पाए गए। सचिव ने कहा कि जिले में वित्तीय वर्ष 2019-20 की समाप्ति पर जिला सहकारी बैंक की कुल 33 शाखाओं में 15 शाखाएं घाटे पर संचालित की जा रही है। इन सभी कारणों का आधार मानते हुए सचिव सहकारी समितियां ने उनको तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उनकों मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। निलंबित महाप्रबंधक मनोहर सिंह भंडारी ने कहा है कि सचिव की तरफ से निलंबन मामले में न कोई पूर्व में नोटिस दी गई। लक्ष्य पूरा न होने के आरोप बिलकुल निराधार हैं। उनकी तरफ से नवंबर तक का लक्ष्य शतप्रतिशत पूरा कर लिया गया है। अभी वित्तीय वर्ष समाप्त होने में चार माह का समय है।

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