वन कर्मियों ने 20 किमी तक किया फ्लैग मार्च
रामनगर में मानसून के सीजन में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन सतर्क हो गया है। कॉर्बेट प्रशासन ने सीटीआर से सटे वन प्रभाग के कर्मचारियों के साथ 20 किमी लंबा फ्लैग मार्च निकालकर अपनी ताकत व सक्रियता का अहसास कराया। फ्लैग मार्च में अधिकारियों समेत 70 कर्मचारी शामिल रहे।
संवाद सहयोगी, रामनगर : रामनगर में मानसून के सीजन में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन सतर्क हो गया है। कॉर्बेट प्रशासन ने सीटीआर से सटे वन प्रभाग के कर्मचारियों के साथ 20 किमी लंबा फ्लैग मार्च निकालकर अपनी ताकत व सक्रियता का अहसास कराया। फ्लैग मार्च में अधिकारियों समेत 70 कर्मचारी शामिल रहे।
मानसून सीजन के चलते कॉर्बेट पार्क का ढिकाला व बिजरानी जोन बंद हो जाता है। बारिश होने व पर्यटकों की आवाजाही बंद होने से जंगल में शिकारियों के घुसपैठ का खतरा रहता है। मानसून में जंगल की सुरक्षा के लिए एक जुलाई से 15 सितंबर तक ऑपरेशन मानसून चलाया जाता है। फ्लैग मार्च से पहले धनगढ़ी में वन कर्मियों को संबोधित करते हुए पार्क के वार्डन आरके तिवारी ने कहा कि मानसून में सुरक्षा के लिए चुनौती बढ़ जाती है। ऐसे में वन कर्मियों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। मानसून सीजन में चौकस रहने की जरूरत है। इसी के तहत गुरुवार को सर्पदुली रेंज, बिजरानी रेंज व रामनगर वन प्रभाग की कोसी रेज के कर्मचारियों ने धनगढ़ी से आमडंडा तक 20 किमी फ्लैग मार्च निकाला। फ्लैग मार्च के दौरान कर्मचारियों ने मेटल डिटेक्टर से नदी नालों व स्रोतों के आसपास संदिग्ध वस्तुओं को तलाशा। संदिग्ध व्यक्तियों के दिखने पर गाव के लोगों को वन विभाग को सूचित करने व मानसून में सुरक्षा के लिहाज से जंगल में प्रवेश नहीं करने की हिदायत दी गई। इस दौरान बिजरानी रेंजर आरके तिवारी, सर्पदुली रेंजर जयपाल सिंह रावत, हेमा बिष्ट, तेजपाल मौजूद रहे।