भीमताल में खिल रहे फूल बिखेर रहे खुशबू
एक समय था जब पर्यटक सिर्फ झील और अन्य प्राकृतिक नजारों का आनंद उठाने के लिए भीमताज आते थे पर अब यहां नाना प्रकार के फूलों का उत्पादन होने लगा है।
भीमताल : एक समय था जब पर्यटक सिर्फ झील और अन्य प्राकृतिक नजारों का आनंद उठाने के लिए भीमताल आते थे। पर अब नाना प्रकार के फूलों का उत्पादन शुरू होने से यहां आने वाले पर्यटकों का रुझान भी इस ओर बढ़ने लगा है।
जानकारों के अनुसार भीमताल सीजनल फ्लावर उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है। अक्टूबर में अच्छी जलवायु के कारण प्रदेश का लगभग 80 प्रतिशत फूलों का कारोबार अकेले भीमताल से होता है। फूलों का कारोबार करने वाली संस्था फ्लोरीमैन आफ इंडिया से जुड़े अखिलेश त्यागी बताते हैं कि भीमताल की जलवायु और वातावरण के कारण सितंबर और अक्टूबर में यहां फूलों की अधिकांश प्रजातियां पैदा होती हैं और देश-विदेश में इन फूलों की काफी मांग होती है। भीमताल में इन दिनों पिटूनिया, पैंजी, गजानिया, परमूला, हजारी और गेंदा समेत अन्य कई प्रजाति के फूलों से यहां के पालीहाउस भरे पड़े हैं। फूलों के कारोबारी बताते हैं कि दीपावली और अन्य त्यौहार होने के कारण भीमताल के फूल पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में अच्छी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। फूलों को कारोबार बढ़ने से स्थानीय फूल कारोबारी खासे उत्साहित हैं।
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कई कारोबारियों ने भीमताल में कई हेक्टेयर भूमि लीज में लेकर फूलों का कारोबार प्रारंभ कर दिया है। कुछ लोगों ने बताया कि हजारी व अन्य पौधों का उत्पादन कर अन्य प्रदेशों में भेजा जा रहा है। फूलों के कारोबार में सैकड़ों मजदूरों को भी रोजगार मिलता है। कारोबारियों के अनुसार फूल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार को अनुदान देना चाहिए और बेरोजगारों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था कर सहयोग प्रदान करना चाहिए। ताकि क्षेत्र की पहचान फूल उत्पादक क्षेत्र के रूप में हो सके।