62 वर्ष में पहली बार होगा हल्द्वानी के एमबीपीजी का पुरातन छात्र सम्मेलन, तय की गई है ये तारीख
Old Student Conference in MBPG College कुमाऊं के सबसे बड़े कॉलेज एमबीपीजी कॉलेज में पहली बार पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन 30 सितंबर को होगा। इसके लिए पुरातन छात्र समिति ने तैयारी भी शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Old Student Conference in MBPG College: एमबीपीजी कालेज में पहली बार पुरातन छात्र सम्मेलन होने जा रहा है। 62 वर्ष में पहली बार यह आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए 30 सितंबर की तारीख तय की गई है। इसके लिए समिति ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। साथ ही संकल्प लिया कि समिति महाविद्यालय के विकास और छात्र-छात्राओं के हित के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहेगी।साथ ही कई पुराने छात्र कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आर्थिक मदद को आगे आए।
1960 में हुआ था एमबीपीजी कालेज की स्थापना
एमबीपीजी कालेज की स्थापना वर्ष 1960 में हुई थी। तब से पुरातन छात्रों का कोई बड़ा आयोजन नहीं हुआ था, लेकिन पिछले कुछ समय से समिति सक्रिय हुई है। समिति का पंजीकरण करने के साथ ही आयोजन की तैयारी शुरू कर दी है। शुक्रवार को एमबीपीजी कालेज के योग विभाग के सभागार में आयोजित बैठक में यूजीसी व नैक समन्वयक प्रो. सीएस नेगी ने प्रजेंटेशन के जरिये नैक की ग्रेडिंग में पुरातन छात्र समिति के सहयोग पर चर्चा भी की।
समिति का मिलेगा सहयोग
प्रो. सीएस नेगी ने कहा कि पुरातन छात्र समिति के सहयेाग से महाविद्यालय प्रगति कर सकता है। छात्र-छात्राओं के हित में तमाम काम संभव हो सकते हैं। युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण मिल सकता है। बीएलएम एकेडमी के निदेशक व भाजपा के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष साकेत अग्रवाल ने कहा कि आयोजन छात्र हित में होने चाहिए।
आयोजन के लिए 21-21 हजार रुपये देने की घोषणा
पीएसए के पूर्व अध्यक्ष प्रवींद्र रौतेला ने कहा कि हम सभी को मिलकर कालेज के माहौल को बेहतर बनाना है। आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डा. अजय पांडे ने कहा कि उनका एमबीपीजी कालेज से भावनात्मक लगाव है। पाल कालेज के सीईओ निर्भय पाल ने कहा कि वह हमेशा सहयोग को तैयार रहेंगे। सभी ने समिति को आयोजन के लिए 21-21 हजार रुपये देने की घोषणा की। साथ ही निर्भय पाल ने 100 किताबें भेंट करने भी वादा किया।
बैठक में ये थे मौजूद
अध्यक्ष दीपक सनवाल ने आयोजन के उ्देश्य पर प्रकाश डाला। बैठक का संचालन समिति की सचिव डा. तुनजा मेलकानी व कोषाध्यक्ष गणेश चंद्र जोशी ने किया। इसमें डा. भुवन जोशी, डा. उषा पंत, डा. संजय खत्री, डा. चंद्रावती जोशी, विजय सिजवाली, छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र बिष्ट आदि मौजूद रहे।