विभाग ने स्वीकारी अपनी लापरवाही, पहले बांटा और अब वापस लिया घुन लगे गेहूं का बीज
किसानों को सब्सिडी में गेहूं का बीज देने के मामले में विभाग ने अपनी लापरवाही स्वीकार कर ली है और समितियों ने किसानों को दिया घुन लगा गेहूं वापस ले लिया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : किसानों को सब्सिडी में गेहूं का बीज देने के मामले में विभाग ने अपनी लापरवाही स्वीकार कर ली है। सहकारिता को तराई बीज विकास निगम (टीडीसी) ने 965 क्विटंल गेहूं का बीज उपलब्ध कराया था, इसमें से घटिया 174 क्विटंल को अब समितियों से वापस ले लिया गया है। इसी के साथ जिम्मेदार अधिकारी मामले को रफा-दफा करने में जुट गए हैं।
जिले की 52 सहकारी समितियों में से केवल मैदानी क्षेत्र के 15 समितियों से किसानों को करीब 50 फीसद सब्सिडी में गेहूं का बीज घटिया व घुन लगा बांटा गया था। कई जगह किसानों ने यह बीज बो भी दिया था। जागरण ने अपने 13 नवंबर के अंक में मामले को प्रमुखता से उठाया तो सहकारिता ने आनन-फानन बीज वापस मंगाने का दावा किया है।
मामले की जांच कर हो कार्रवाई
रविशंकर जोशी, सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि ऐसे ही कारणों से किसान आत्महत्या करने को मजबूर होते हैं। जिन किसानों ने बीज बो दिए हैं, उनका क्या होगा? उनकी फसल कैसे तैयार होगी? उनका हर्जाना कौन देगा? इस मामले में जांच कर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है।
तत्काल हुई कार्रवाई
बीएस मनराल, सहायक निबंधक सहकारिता ने बताया कि बीजों में घुन लगे होने की शिकायत मिलने पर तत्काल समितियों द्वारा बीज को वापस लेते हुए टीडीसी को लौटाकर उसकी जगह सही बीज मुहैया करवाने को कह दिया गया है।