रामनगर के जंगलों में लगी आग, जैव विविधता को पहुंचा नुकसान
वनाग्नि की घटनाएं अब बढ़ने लगी है। रात में रामनगर वन प्रभाग का जंगल धधक उठा।
संस, रामनगर : वनाग्नि की घटनाएं अब बढ़ने लगी है। रात में रामनगर वन प्रभाग का जंगल धधक उठा। तीन अलग-अलग रेंजों में आग लगने से उसे बुझाने के लिए वन कर्मियों को पसीना बहाना पड़ा। आग लगने से अनुमानित छह हेक्टेयर जंगल जल गया। आग लगने से जंगल की जैव विविधता को भी नुकसान पहुंचा है।
रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत कालाढूंगी व फतेहपुर के जंगल में देर रात आग लग गई थी। रात में ऊंचाई में आग लगी होने की वजह से वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंच पाए। हवा व सूखी झाडि़यों ने आग में घी का काम किया। देखते ही देखते आग काफी क्षेत्र में फैल गई। सुबह तक वन कर्मियों ने आग को काबू कर लिया था। इसके बाद देचौरी रेंज के क्यारी के जंगल में ऊंचाई पर सुबह तीन बजे आग लग गई। ग्रामीण तड़के ही खुद जंगल में आग बुझाने के लिए चले गए, लेकिन काफी क्षेत्र में फैली आग को देखकर वह भी वापस लौट आए। इसके बाद उन्होंने वन विभाग को सूचना दी। वन कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद सुबह तक आग को कर लिया। देचौरी का करीब दो हेक्टेयर वन क्षेत्र आग से प्रभावित होने का अनुमान है। डीएफओ बीपी सिंह ने बताया कि फतेहपुर व कालाढूंगी में आग से अनुमानित दो-दो हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। देचौरी में भी आग लग गई थी। काफी ऊंचाई में आग लगी थी। हालांकि उसे बुझा लिया गया है। इस संबंध में संबंधित रेंजरों से रिपोर्ट मांगी गई है।
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चेतावनी बोर्ड लगाएगा वन विभाग
नेशनल हाईवे पर हाथियों की आवाजाही को लेकर रामनगर वन प्रभाग ने और चेतावनी बोर्ड लगाने का निर्णय लिया है। डीएफओ बीपी सिंह ने बताया कि सुंदरखाल से मोहान तक जगह-जगह चेतावनी बोर्ड की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा वनकर्मी भी उस क्षेत्र में बराबर गश्त करेंगे।