पिथौरागढ़ में बरिश ने फिर मचाई तबाही, धान लगे खेतों को काटकर नदियों में ले गई
बुधवार की रात पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी छोरीबगड़ में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। भारी बारिश के कारण जाराजिबली की तरफ से आने वाला नाला उफान पर आ गया।
पिथौरागढ़, जेएनएन : बुधवार की रात पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी छोरीबगड़ में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। भारी बारिश के कारण जाराजिबली की तरफ से आने वाला नाला उफान पर आ गया और मार्ग बदल कर खेतों में बहने लगा। निर्माणाधीन तहसील भवन और वर्तमान तहसील कार्यलय के निकट बहने वाला नाला अपने साथ रोपाई लगे सैकड़ों नाली खेतों को बहा कर गोरी गंगा नदी तक पहुंचा दिया। तीन मकान बाल-बाल बचे। परिवारजनों ने घर से बाहर निकल कर रात बिताई। नाले के मार्ग बदलने से छोरीबगड़ में खेतों और गांव के बीच मे गहरी खाई बन चुकी है। गांव में दहशत का महौल है।
तीन परिवार शिफ्ट किए गए
छोरीबगड गोरी नदी घाटी की सबसे बड़ी समतल भूमि रही है। 2013 की आपदा में आधी से अधिक भूमि गोरी नदी ने बहा दी थी। 2016 में भी गोरी नदी ने कहर बरपाया था । बची भूमि पर बुधवार की रात हुई बारिश बारिश ने सबकुछ तबाह करके रख दिया। राजस्व दल मौके पर है। विधायक हरीश धामी छोरीबगड के लिए रवाना हो चुके हैa। तीन परिवार सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिए हैa। नाला गाaव के बीच बह रहा है। क्षेत्रवासी बादल फटना बता रहे हैa। प्रशासन ने अभी बादल फटने की पुष्टि नहीa की है। क्षेत्र में रात को 70 एमएम बारिश हुई है।
जिले की नदियां ऊफान पर
गोरी नदी, गोसी नदी और सेरा नदी उफान पर है। पांच दिन पूर्व बंगापानी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत दाखिम में बादल फटा था। बुधवार की रात्रि की बारिश से हरड़िया, रातीगाड और रातापानी में मलबा आने से थल मुनस्यारी मार्ग, छोरीबगड में सड़क बहने से जौलजीबी- बंगापानी- मुनस्यारी मार्ग, नांचनी-बाँसबगड, डीडीहाट- दूनाकोट सहित दस मार्ग बंद है। काली नदी धारचूला में 888.45 मीटर पर बह रही है। यहां पर चेतावनी लेबल 889 मीटर है। बुधवार की रात को भी सीमांत की धारचूला, बंगापानी, मुनस्यारी और डीडीहाट तहसीलों में बारिश हुई। पिथौरागढ़, बेरीनाग और गंगोलीहाट में मौसम शुष्क रहा।
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