गैरसैंण सत्र को लेकर सीएम पर हमलावर हुए पूर्व सीएम रावत
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम त्रिवेंद्र सिंंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने गैरसैंण का सत्र दो दिन में इसलिए खत्म कर दिया, ताकि वो विपक्ष के जवाबों से बच सके।
रामनगर, [जेएनएन]: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एकबार फिर से सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को निशाने पर लिया है और इसबार वजह गैरसैंण सत्र को दो दिन में खत्म करवाना है। पूर्व सीएम का कहना है कि सरकार विपक्ष के जवाब देने से बच रही है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने रानीखेत रोड स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता की। इस दौरान उन्होंने गैरसैंण सत्र को दो दिन में खत्म करने को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार गैरसैंण में स्थाई राजधानी के मुद्दे और उनके मंत्रियों के जमीन के मामलों में फंसे होने के कारण विपक्ष के जवाब देने से बचना चाह रही थी। उनका ये भी कहना है कि पहले बजरी 41 रुपये प्रति क्विंटल थी, लेकिन अब 125 रुपये क्विंटल हो गई।
उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि पहले हरदा टैक्स को लेकर हल्ला मचाया और अब बजरी का बढ़ा हुआ टैक्स प्रधानमंत्री या अमित शाह किसकी जेब में जा रहा है। उनका कहना है कि बीजेपी सत्ता में आते ही गैरसैंण में विधानसभा भवन के निर्माण का कार्य और प्रोजेक्ट को आगे नही बढ़ा पाई है।
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