अब हर नाले-नालियों का पानी झील तक पहुंचेगा, हटाया जाएगा नालियों से अतिक्रमण
हाई कोर्ट के आदेश के क्रियान्वयन में शहर की जल निकासी व्यवस्था के अवरोधक हटाए जाएंगे। सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या का समाधान किया जाएगा।
नैनीताल, जेएनएन : हाई कोर्ट के आदेश के क्रियान्वयन में शहर की जल निकासी व्यवस्था के अवरोधक हटाए जाएंगे। सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या का समाधान किया जाएगा। बरसाती नालों का पानी प्रत्येक दशा में झील तक पहुंचे, इसकी कार्ययोजना तैयार कर उसका क्रियान्वयन किया जाएगा। जिन-जिन स्थानों पर सीवर लाइन ओवरफ्लो हो रही हैं, उसका पता लगाकर समस्या का समाधान निकाला जाएगा। नैनी झील में गिरने वाले नाले-नालियां मलबे से पटे होंगे अथवा क्षतिग्रस्त होंगे, तो मलबा हटाया जाएगा या उसकी मरम्मत की जाएगी।
नैनीताल निवासी कमल त्रिपाठी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने शहर के ड्रेनेज सिस्टम को सही करने के लिए दिशा-निर्देश दिए थे। कोर्ट ने महाधिवक्ता से रिपोर्ट मांगी थी। जिसके बाद महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर द्वारा सरकारी विभागों की बैठक ली। जिसके बाद डीएम विनोद कुमार सुमन द्वारा अधिकारियों की कमेटी बनाई गई है। जिसमें सचिव जिला विकास प्राधिकरण, जल संस्थान, जल निगम, सिंचाई खंड, लोनिवि प्रांतीय खंड व निर्माण खंड आदि के अधिशासी अभियंता व पालिका के अधिशासी अधिकारी शामिल हैं। कमेटी सरकारी, अद्र्ध सरकारी, निजी, व्यावसायिक, गैर व्यावसायिक आदि भवनों के बरसाती पानी का ड्रैनेज सीवर लाइन में तो शिफ्ट नहीं किया गया है, यह देखेगी। यदि ऐसा मिला तो सीवर कनेक्शन काट दिए जाएंगे। झील में गिरने वाले नालों पर अतिक्रमण होगा तो टीम उसकी रिपोर्ट भी देगी।
टीम ने किया निरीक्षण
हाई कोर्ट के आदेश के क्रियान्वयन में शनिवार को पालिका ईओ रोहिताश शर्मा, सिंचाई विभाग के ईई हरीश चंद्र, लोनिवि के डीएस बसनाल, जल संस्थान के एई दलीप बिष्टï, प्राधिकरण के परियोजना अभियंता सीएम साह ने मल्लीताल बड़ा बाजार, अंडा मार्केट, तल्लीताल, माल रोड आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
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