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प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ कार्य बहिष्‍कार कर सड़कों पर उतरे अधिकारी व कर्मचारी nainital news

प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ शुक्रवार को जनरल-ओबीसी इम्प्लॉयज यूनियन के बैनर तले सरकारी अफसर और कर्मचारियों ने कुमाऊं भर में प्रदर्शन किया।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 03:14 PM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 03:14 PM (IST)
प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ कार्य बहिष्‍कार कर सड़कों पर उतरे अधिकारी व कर्मचारी nainital news
प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ कार्य बहिष्‍कार कर सड़कों पर उतरे अधिकारी व कर्मचारी nainital news

नैनीताल, जेएनएन : प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ शुक्रवार को जनरल-ओबीसी इम्प्लॉयज यूनियन के बैनर तले सरकारी अफसर और कर्मचारियों ने कुमाऊं भर में प्रदर्शन किया। नैनीताल, ऊधमसिंहनगर, चंपावत, अल्‍मोड़ा, बागेश्‍वर और पिथौरागढ़ में कर्मचारियों ने कार्यबहिष्‍कार कर कहा कि प्रमोशन में आरक्षण का नियम तत्काल खत्म किया जाए। इसके साथ ही लंबे समय से अटके प्रमोशन की लिस्ट जल्द जारी की जाए।

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हल्‍द्वानी में बुद्ध पार्क में किया प्रदर्शन

ए‍क दिवसीय कार्य बहिष्कार के तहत हल्‍द्वानी के बुद्ध पार्क में जुटे लोगों ने कहा कि अगर 20 फरवरी तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो 21 से प्रदेशभर में हड़ताल शुरू की जाएगी। वक्ताओं ने कहा कि आरक्षण मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए सरकार को तुरंत प्रमोशन पर लगी रोक हटाने के साथ सीधी भर्ती के रोस्टर के मुताबिक सूची निकालनी चाहिए। इस दौरान मनोज तिवारी, सीपी जोशी, तनवीर असगर, प्रेम बल्लभ पांडेय, सुभाष जोशी, शीतल साह, केके पांडेय, कमला लोहनी, रेखा सुयाल, जगदीश बिष्ट, उषा शर्मा आदि मौजूद रहे। वहीं नैनीताल में संयुक्त समन्वय समिति के आह्वान पर जिला मुख्यालय के तमाम विभागों के कर्मचारियों ने कार्यबहिष्कार किया। जिस कारण विभागों में कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ। आक्रोशित कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।  अध्यक्ष बहादुर बिष्ट व भागोत सिंह जंतवाल के नेतृत्व में कर्मचारी कलेक्ट्रेट में जमा हुए।

 

बागेश्‍वर में कार्यबहिष्कार कर तहसील में धरना-प्रदर्शन

बागेश्‍वर में कार्यबहिष्कार कर कर्मचारियों ने तहसील में धरना-प्रदर्शन किया। एसोसिएशन के मुख्य संयोजक केसी मिश्रा के नेतृत्व में जिले के सभी स्थानों पर तैनात अधिकारी और कर्मचारी शुक्रवार को कार्यबहिष्कार पर रहे और तहसील में धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सरकार वोट बैंक की राजनीति कर रही है और पदोन्नति में आरक्षण वापस लेने में देर कर रही है। कहा कि प्रदेश में छह माह से पदोन्नति में रोक लगी है और कई कर्मचारी बिना प्रमोशन के सेवानिवृत्त हो गए हैं। जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है और मानसिक पीड़ा से भी गुजरना पड़ रहा है। सर्वाच्च अदालत ने सात फरवरी को राज्याधीन सेवाओं में पदोन्नति में आरक्षण के सभी आदेश खारीज कर दिए हैं। सरकार को तत्काल पदोन्नति पर लगी रोक हटा दी जानी चाहिए लेकिन राजनीतिक मुद्दा बनकार अभी तक रोक नहीं हट सकी है। उन्होंने कहा कि वे मरो या मारो नारे के साथ आंदोलन को तेज करेंगे। इस मौके पर लता दूबे, गीता देवी, शंकर सिंह, रमेश रावत, लीलाधर चौबे, सुनील बुदलाकोटी, शेर सिंह भोज, बबलू पांडे, महिमन सिंह, भुवन चंद्र जोशी, प्रेम गिरी, दयाल दानू, बसंती सनवाल, प्रेमलता जोशी, नीरू नेगी, हंसी जोशी, जय दत्त पांडे, संतोष खेतवाल, गोविंद मेहरा, विजय पांडे, हेम  पांडे, निश्चय जोशी, राम सिंह भैसोड़ा, अनिल जोशी, संतोष जोशी, राजू पाठक आदि मौजूद थे।

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