वन रेंजर के कमरे में हाथियों ने बरपाया कहर, दरवाजे, खिड़की तोड़कर सामान भी किया तहस-नहस
नेशनल हाईवे पर हाथी अब वन विभाग पर कहर बरपा रहे हैं। बीते दिनों वन चौकी ध्वस्त करने के बाद हाथियों का गुस्सा अब रेंजर के क्वाटर पर निकला।
रामनगर, जेएनएन : नेशनल हाईवे पर हाथी अब वन विभाग पर कहर बरपा रहे हैं। बीते दिनों वन चौकी ध्वस्त करने के बाद हाथियों का गुस्सा अब रेंजर के क्वाटर पर निकला। झुंड में आए हाथियों ने केवल वन विभाग की नर्सरी को पैरों तले रौंद दिया। बल्कि रेंजर के क्वाटर में तोडफ़ोड़ कर सामान तहस नहस कर दिया।
रामनगर से सटे अल्मोड़ा वन प्रभाग के मोहान रेंज में रेंजर सेवाराम का स्टाफ क्वाटर है। गुरुवार रात में रेंजर क्वाटर बंद करके अल्मोड़ा गए हुए थे। शुक्रवार सुबह बच्चों के साथ आए हाथियों के झुंड ने रेंजर के क्वाटर के दरवाजा व खिड़की तोड़ दी। हाथियों के बच्चों ने कमरे के भीतर बिस्तर, पलंग, मेज व कुर्सियां पलटने के साथ ही रसोई में रखा सामान भी तहस नहस कर डाला। समीप ही मौजूद गेट कीपर ने हाथियों को भगाने का प्रयास भी किया, लेकिन वह मौके पर ही डटे रहे। इस दौरान हाथियों ने वन विभाग की नर्सरी भी तहस नहस कर दी। इससे सैकड़ों पौधे खराब हो गए। एक घंटे तक रेंज क्वाटर में तोडफ़ोड़ करने के बाद हाथी जंगल को चले गए। गेट कर्मी की सूचना पर अल्मोड़ा से रेंजर सेवाराम भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि हाथियों के हमले से दो लाख रुपये का नुकसान का अनुमान है।
संसाधन नहीं कैसे भगाए हाथी
रेंजर सेवाराम ने बताया कि हाथियों को रोकने के लिए उनके पास कोई संसाधन नहीं है। हथियार तक उनके पास नहीं है। जिससे कि हवाई फायरिंग कर हाथियों को भगाया जाए। इसके अलावा वन विभाग परिसर में चाहरदीवारी भी नहीं है।
चेक पोस्ट को भी किया ध्वस्त
हाथियों ने 27 अपै्रल को भी मोहान में वन विभाग की चेक पोस्ट पर हमला किया था। हाथियों के झुंड ने रात में चेक पोस्ट को ध्वस्त कर दिया था।
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