पिथौरागढ़ के 258 गांवों में पहुंची बिजली, दूर-दूर बिखरे गांवों में लाइन बिछाना था चुनौतीपूर्ण
पिथौरागढ़ जिले के 258 गांवों का अंधेरा अब दूर हो गया है। पंडित दीनदयाल विद्युतीकरण योजना के तहत ऊर्जा निगम ने बिजली से वंचित सभी गांवों में बिजली पहुंचा दी है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : पिथौरागढ़ जिले के 258 गांवों का अंधेरा अब दूर हो गया है। पंडित दीनदयाल विद्युतीकरण योजना के तहत ऊर्जा निगम ने बिजली से वंचित सभी गांवों में बिजली पहुंचा दी है।
पिथौरागढ़ क्षेत्र के अंतर्गत 258 तोक लंबे समय से अंधेरे में थे। केंद्र सरकार की दीनदयाल विद्युतीकरण योजना इन गांवों के लिए वरदान साबित हुई। मुख्य गांवों से काफी दूर छिटके हुए तोकों तक बिजली की लाइन बिछाना कभी चुनौतीपूर्ण था। पर्याप्त संसाधन और केंद्र सरकार की प्राथमिकता में शामिल इस योजना के तहत सीमांत जिले को 29.20 करोड़ की धनराशि मिली थी। विभाग ने एक वर्ष के भीतर बिजली से वंचित सभी 258 तोकों तक बिजली पहुंचा दी है। आजादी के सात दशक बाद गांवों में बिजली पहुंच जाने से ग्रामीण गदगद हैं। हजारों की आबादी को इसका लाभ मिला है। गांवों में बिजली पहुंच जाने से पलायन दर में भी कमी आने की उम्मीद है। नितिन गर्खाल, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल ने बताया कि पिथौरागढ़ क्षेत्र में बिजली से वंचित सभी 258 तोक ऊर्जीकृत कर लिए गए हैं। दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत इसके लिए विभाग को 29.20 करोड़ की धनराशि मिली थी। निगम ने निर्धारित समय के भीतर अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है।
जिले में 1556 गांव में पहुंची, एक लाख के पार कनेक्शन
सीमांत जिले के 1556 गांव बिजली से जुड़ गए हैं। सभी गांवों तक बिजली पहुंच जाने के साथ ही कनेक्शन की संख्या एक लाख से अधिक पहुंच गई है। कनेक्शन बढऩे से अब विभाग के राजस्व में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है। विभाग के समक्ष बिजली की चोरी रोकना अभी एक बड़ी चुनौती है, कर्मचारियों की कमी इस समस्या के समाधान में बाधक बन रही है।