कुविवि के प्रोफेसरों की पदोन्नति का एक पेच हटा
कॅरियर एडवांस स्कीम के अंतर्गत कुमाऊं विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रोफेसरों की पदोन्नति का एक पेच हट गया है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : कॅरियर एडवांस स्कीम के अंतर्गत कुमाऊं विश्वविद्यालय में कार्यरत करीब 50 प्राध्यापकों की पदोन्नति के मामले में चुनाव आचार संहिता का पेच हट गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने साक्षात्कार प्रक्रिया पूरी कर चुके प्राध्यापकों के बंद लिफाफे खोलने की अनुमति दे दी है, मगर मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन होने से विवि के हाथ अब भी बंधे हुए हैं।
दरअसल, दीक्षांत समारोह की तैयारी को लेकर 22 अक्टूबर को कुलपति प्रो. डीके नौडि़याल की अध्यक्षता में कार्य परिषद की बैठक होनी है। इसी बैठक में प्राध्यापकों की पदोन्नति के बंद लिफाफे खोलने को लेकर कुमाऊं विवि शिक्षक संघ दबाव बनाए हुए है। निर्वाचन आयोग की ओर से निकाय चुनाव की आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के बाद कुलपति ने आयोग से संपर्क साधा था, जिसके बाद आयोग ने लिफाफे खोलने की अनुमति दे दी है। कुलपति ने बताया कि आयोग से अनुमति मिलने के बाद भी यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए कोर्ट के फैसले के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि विवि के भौतिकी विभाग के प्रो. पीएस नेगी व डॉ. पीके मिश्रा की ओर से हाई कोर्ट में याचिका दायर कर उन्हें साक्षात्कार में शामिल नहीं करने पर सवाल उठाया गया था। प्रो. नेगी की याचिका पर हाई कोर्ट 22 अक्टूबर को सुनवाई करेगी, जिसके बाद ही तय हो सकेगा कि इन प्राध्यापकों की पदोन्नति पर कार्य परिषद की मुहर लगेगी या नहीं। हाई कोर्ट कल करेगा सुनवाई
प्रोफेसरों की पदोन्नति के मामले में हाई कोर्ट सोमवार 22 अक्टूबर को सुनवाई करेगा। इसी दिन कार्य परिषद की बैठक भी होनी है। दिन में कोई से कोई फैसला आने के बाद ही कार्यपरिषद में प्रोफेसरों की पदोन्नति पर कोई फैसला लिया जाएगा।