Move to Jagran APP

महीनों से कमरे में कैद थे बुजुर्ग दंपति, दिल्‍ली से पहुंचे बेटे ने पुलिस की मौजूदगी में मुक्‍त कराया, शरीर में बची हैं सिर्फ हड्डि‍यां

उत्‍तराखंड के बागेश्‍वर जिला मुख्यालय से लगे बिलौना में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां किसी ने बुजुर्ग दंपति को कई महीनों से कमरे कैद कर रखा हुआ था। सोशल मीडिया में जब बन्द बुजुर्ग दंपति का वीडियो वायरल हुआ तब दिल्ली रह रहा उनका बेटा घर पहुंचा।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 01 Feb 2021 12:30 AM (IST)Updated: Mon, 01 Feb 2021 07:18 AM (IST)
महीनों से कमरे में कैद थे बुजुर्ग दंपति, दिल्‍ली से पहुंचे बेटे ने पुलिस की मौजूदगी में मुक्‍त कराया, शरीर में बची हैं सिर्फ हड्डि‍यां
महीनों से कमरे में कैद थे बुजुर्ग दंपति, दिल्‍ली से पहुंचे बेटे ने पुलिस की मौजूदगी में मुक्‍त कराया।

बागेश्वर, जागरण संवाददाता : उत्‍तराखंड के बागेश्‍वर जिला मुख्यालय से लगे बिलौना में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां किसी ने बुजुर्ग दंपति को कई महीनों से कमरे कैद कर रखा हुआ था। सोशल मीडिया में जब बन्द बुजुर्ग दंपति का वीडियो वायरल हुआ तब दिल्ली रह रहा उनका बेटा घर पहुंचा। पुलिस की मौजूदगी में घर का ताला तोड़ा गया। बुजुर्ग दंपति की हालत बेहद खराब थी। दोनों को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है। 

loksabha election banner

देवभूमि में एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई है। जिला मुख्यालय से लगे बिलौना में पूर्व फौजी जमन सिंह नेगी 60 वर्षीय तथा उनकी पत्नी देवकी देवी उम्र 52 वर्षीया अकेले रहते थे। किसी ने उनके कमरे के बाहर ताला लगा दिया और वह कमरे में कैद हो गए। महीनों बंद रहने के बाद भी इसकी भनक तक किसी को नहीं लगी।

बीते शनिवार को उनके एक पड़ोसी ने दोनों के कमरे में बंद होने और बाहर से ताला लगा होने का वीडियो बनाकर उसके बेटे को दिल्ली भेज दिया। वीडियो देखने के बाद रविवार को बेटा जगत सिंह दिल्ली से घर पहुंचा। और इस बात की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने कमरे का ताला तोड़कर दोनों को जिला अस्पताल भर्ती कराया। 

बेटे ने बताया कि वह अपने माता-पिता से लॉकडाउन से लेकर लगातार संपर्क करने का प्रयास कर रहा था। बिलौना में किसी से संपर्क करने पर पता चला कि घर में ताला है। दोनों गंगोलीहाट स्थित बटगिरी गांव गए हैं। वहां संपर्क करने पर पता चला कि दोनों बिलौना में ही हैं। माता-पिता इस हाल में है इस बात का उसे कतई अंदाज नहीं था। यहां आकर पता चला कि दोनों लंबे समय से मकान में कैद थे। 

जगत का कहना है कि दोनों को मकान में कैद कर बाहर से किसने ताला लगाया यह जांच का विषय है। वह पहले माता-पिता का इलाज कराएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उसे पड़ोस के तीन लोगों पर शक है। बुजुर्ग दंपति का एक और बेटा सुरेश सिंह दिल्ली  में रहता है। दोनों ही प्राइवेट नौकरी करते हैं। उसकी पत्नी दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती है। इस कारण वह नहीं आ पाए। 

इलाज कर रहे डॉक्टर कपिल तिवारी ने बताया कि मरीज को प्राथमिक उपचार किया जा रहा है। पूर्व सैनिक जमन ङ्क्षसह नेगी कमजोर हैं, उन्हें उपचार हेतु मानसिक रोग विशेषज्ञ से सलाह हेतु हायर सेंटर भेजा जा रहा है। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग 6 महीने से बंद रहे होंगे।

बागेश्वर के कोतवाल डीआर वर्मा ने बताया कि सीनियर सिटीजन के मकान में बंद होने की शिकायत मिली थी। दोनों को मकान से निकालकर अस्पताल में भर्ती किया गया है। मामले में किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है। लिखित शिकायत के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.