Move to Jagran APP

Dog Bite Uttarakhand Report : उत्तराखंड में 14 साल में कुत्तों ने साढ़े चार लाख से अधिक लोगों को काटा

Dog Bite Report कपिल को भारत सरकार के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने रेबीज से मौत की सूचना देते हुए बताया कि देश में वर्ष 2015 से 2019 तक 591 लोगों की मौत कुत्तों के काटने पर रेबीज के चलते हुई।

By Deep belwalEdited By: Skand ShuklaPublished: Mon, 14 Nov 2022 09:29 AM (IST)Updated: Mon, 14 Nov 2022 09:29 AM (IST)
Dog Bite Uttarakhand Report : उत्तराखंड में 14 साल में कुत्तों ने साढ़े चार लाख से अधिक लोगों को काटा
आरटीआइ में सामने आए राज्य के आंकड़े, 2009 से 2022 तक कुत्तों के हमलों में हुई वृद्धि

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : सूचना का अधिकार (आरटीआइ) में कुत्तों के हमलों के चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं। उत्तराखंड में 14 साल में 4.66 लाख लोगों को कुत्तों ने काटा। वहीं देश में वर्ष 2015 से 2019 तक 591 लोगों की मौत कुत्तों के काटने के बाद रैबीज के कारण हुई।

loksabha election banner

तल्ली बमौरी निवासी आइटीआइ कार्यकर्ता हेम चंद्र कपिल ने सूचना एवं परिवार कल्याण समिति तथा परिवार कल्याण विभाग उत्तराखंड से वर्ष 2009 से 2022 तक कुत्तों के हमलों की सूचना मांगी थी। जवाब में लोक सूचना अधिकारी ने बताया है कि इस अवधि में राज्य में 4,66,256 लोगों को कुत्तों ने काटा है।

चार साल में 591 लोगों की मौत

इससे पहले कपिल ने भारत सरकार के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने रेबीज से मौत के मामले पर भी सूचना मांगी थी। जवाब में बताया गया है कि देश में वर्ष 2015 से 2019 तक 591 लोगों की मौत कुत्तों के काटने पर रेबीज के चलते हुई।

2019 में देश में कुत्तों के काटन के मामले

वर्ष 2019 में आंध्र प्रदेश में 26, कर्नाटक में 33, तमिलनाडु में 23, झारखंड में 13 पश्चिम बंगाल में 14, केरल में आठ लोगों की मौत कुत्तों के काटने से हुई। इसके अलावा कई अन्य राज्यों में कुत्तों के काटने से मौत के मामले सामने आए हैं।

देश में 2015 से 2019 तक मौत के आंकड़े

वर्ष          मौत

2015      113

2016       86

2017      111

2018      110

2019      171

देश में 1.53 करोड़ आवारा कुत्‍ते

बीते दिनों सरकार द्वारा संसद में दी गई जानकारी के अनुसार, देश में 1.53 करोड़ आवारा कुत्‍ते हैं। इसमें सबसे अधिक कुत्‍ते उत्‍तर प्रदेश में हैं जिनकी गिनती 20 लाख से अधिक है। इसके बाद राजस्‍थान, महाराष्‍ट्र और मध्‍य प्रदेश की गिनती आती है। आंकड़ों के अनुसार, मणिपुर, दादर व नगर हवेली और लक्षद्वीप में एक भी कुत्‍ता नहीं है। कुत्‍तों के हमले में हुई मौत पर सरकार भी कोई हर्जाना नहीं देती और घायल का इलाज कराने को लेकर भी कोई नियम नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.