बैंकों में दिव्यांगों को नहीं लगानी होगी लाइन
जासं हल्द्वानी आम आदमी से जुड़ी सुविधाओं को लेकर राहत की खबरें हैं। बैंकों में लेनदेन करने के लिए दिव्यांगों को अब लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी।
जासं, हल्द्वानी : आम आदमी से जुड़ी सुविधाओं को लेकर राहत की खबरें हैं। बैंकों में लेनदेन करने के लिए दिव्यांगों को अब लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी। कोरोनाकाल के बाद पासपोर्ट केंद्र दो नवंबर से फिर खुलने जा रहे हैं। वहीं, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने अपनी वेबसाइट पर आधार संशोधन की सुविधा प्रदान की है। इससे पोस्ट आफिस और बैंकों में आधार संशोधन के लिए दबाव कम होगा। प्राथमिक आधार पर होंगे दिव्यांगों के काम
दिव्यांगजनों को बैंक संबंधी कार्यो के लिए बैंकों में कतारबद्ध होकर अपने नंबर का इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी। बैंक अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर दिव्यांगों के काम निपटाने होंगे। उत्तराखंड दिव्यांगजन न्यायालय के आयुक्त मेजर योगेंद्र यादव ने नोडल आफिसर स्टेट लेबल बैंकर्स कमेटी को इस संबंध में पत्र भेजा है। लीड बैंक प्रबंधक एमएस जंगपांगी ने बताया कि दिव्यांगजनों के लिए बैंक में रैंप की व्यवस्था रहती है। वरिष्ठ नागरिकों के काम पहले से प्राथमिकता के आधार पर होते हैं। नए आदेश के बाद दिव्यांगों के काम भी प्राथमिकता के आधार पर होंगे। दो नवंबर से होगा पासपोर्ट का सत्यापन
काठगोदाम स्थित पासपोर्ट आफिस दो नवंबर से फिर खुलने वाला है। 22 मार्च को लाकडाउन के बाद कार्यालय बंद चल रहा था। पोस्टमास्टर आइके दास ने बताया कि कार्यालय पहले की तरह सुबह 8:45 बजे खुलेगा। प्रतिदिन 40 आवेदनों के पासपोर्ट के दस्तावेजों का सत्यापन हो सकेगा। दास ने बताया कि पासपोर्ट बनाने, उसमें संशोधन के लिए आनलाइन आवेदन करना होता है। आनलाइन तिथि मिलने के बाद सत्यापन के लिए पासपोर्ट सत्यापन कार्यालय पहुंचना होता है।
अपने आधार को खुद अपडेट कराएं अपडेट
यूआइडीएआइ की वेबसाइट से अपने आधार में संशोधन खुद करा सकते हैं। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में आने वाले ओटीपी के माध्यम से अपने नाम, पते, जन्मतिथि आदि में बदलाव कराया जा सकता है। सीएससी के जिला प्रबंधक दिनेश जोशी बताया कि आधार प्राधिकरण अपने वेबसाइट पर आधार संशोधन की सुविधा दे रहा है। हल्द्वानी में चार सीएससी पर भी आधार संशोधन शुरू हो गया है। यूआइडीएआइ की वेबसाइट पर आधार संशोधन शुरू होने के बाद पोस्ट आफिस व बैंकों में दबाव कम होने लगा है।