देवीधुरा में कल खेली जाएगी बगवाल, लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का संभावना
Devidhura Bagwal Mela 2022 बगवाल खेलने के लिए नाशपाती बगवाल के समय रणबांकुरों को बांटा जाएगा। मंदिर समिति के अध्यक्ष खीम सिंह लमगडिय़ा ने बताया कि बगवाल खेलने के लिए मंदिर में फलों को एकत्रित कर लिया गया है।
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : Devidhura Bagwal Mela 2022 : देवीधुरा में कल यानी शुक्रवार को होने वाले बगवाल युद्ध की प्रशासन के साथ मंदिर समिति ने पूरी तैयारी कर ली है। फल फूलों से दोपहर दो बजे बगवाल खेली जाएगी। बगवाल युद्ध का नजारा देखने के लिए देश विदेश से करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए भारी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवानों की तैनाती कर दी गई है। बगवाल को देखने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधान सभा अध्यक्ष सहित राज्य के कई मंत्री मौजूद रहेंगे। तैयारियों को लेकर गुरुवार को आला अधिकारियों ने चार खाम व सात थोकों के प्रतिनिधियों के साथ मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों से भी मंत्रणा की।
मेला क्षेत्र में शांति व सुरक्षा के लिए चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है। मेला क्षेत्र के आस पास वाहनों का प्रवेश पूरी तरह वर्जित किया गया है। प्रशासन ने आस पास के लोगों को अपने छतों में भीड़ जमा न होने देने की अपील की है ताकि संभावित दुर्घटना से बचा जा सके। एसपी देवेंद्र सिंह पींचा ने शराब पीकर उत्पात मचाने तथा महौल खराब करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मां बाराही के दरबार में उमड़ा भक्तों का रेला
देवीधुरा में चल रहे अषाड़ी कौतिक के चौथे दिन भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मां वाराही मंदिर में पूजा अर्चना कर मन्नतें मांगी। आदि गुफा में स्थित मां के गर्भगृह के दर्शनों के लिए दिन भर लंबी कतार लगी रही। कई लोगों ने विशेष पूजा अर्चना संपन्न करवाई। सुबह से ही मंदिर में भीड़ उमडऩी शुरू हो गई।
देर शाम तक मंदिर में शंख व घंटों की गूंज सुनाई देती रही। मां वाराही संस्कृत महाविद्यालय देवीधुरा के वेदपाठी छात्रों ने वेद पाठ व दुर्गा पाठ का वाचन किया। नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बरेली, टनकपुर, खटीमा आदि स्थानों से पहुंचे लोगों ने भी पूजा अर्चना में हिस्सा लिया। पीठा चार्य भुवन चंद्र जोशी, कीर्ति बल्लभ शास्त्री ने पूजा अर्चना संपन्न कराई। मंदिर के मुख्य पुजारी धर्मानंद पुजारी ने भक्तों को आशीर्वाद दिया।
पूजा संपन्न करवाकर भक्तों को आशीर्वाद दिया। गहड़वाल खाम के प्रमुख त्रिलोक सिंह बिष्ट, चम्याल खाम के गंगा सिंह चम्याल, बालिक खाम के बद्री सिंह बिष्ट, लमगडिय़ा खाम के प्रमुख वीरेंद्र लमगडिय़ा के अलावा सिरगुरौ कोट भैंसर्ख त्रिलोक सिंह बिष्ट, टकना के हरिदत्त पुजारी तथा फुलारा कोट के चौहान लोगों ने पूजा अर्चना संपन्न करवाने में सहयोग किया।
मौसम की मेहरबानी से व्यापारियों की चांदी
बुधवार की देर रात हुई बारिश के बाद गुस्वार की सुबह से मौसम खुशगवार होने से देवीधुरा बगवाल मेले में पहुंचे व्यापारियों की जमकर चांदी हो रही है। यहां नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, टनकपुर, खटीमा, बनबसा, पीलीभीत आदि स्थानों से व्यापारी दुकान लेकर आए हुए हैं। भारी भीड़ के कारण दुकानों में जमकर खरीददारी हो रही है।
बगवाल के लिए फलों की हुई व्यवस्था
बगवाल खेलने के लिए प्रशासन ने बड़ी संख्या में नाशपाती के फलों का भंडारण कर लिया है, जिन्हें आज बगवाल के समय रणबांकुरों को बांटा जाएगा। मंदिर समिति के अध्यक्ष खीम सिंह लमगडिय़ा ने बताया कि बगवाल खेलने के लिए मंदिर में फलों को एकत्रित कर लिया गया है।
जै हो वाराही देवी मैय्या तेरी जै जै कारा
देवीधुरा बगवाल मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम मची हुई है। बुधवार की देर रात जय गोल्ज्यू जन्म और मां नैना सांस्कृतिक कला मंच खटीमा के कलाकारों ने कुमाऊंनी, नेपाली, पंजाबी, गढ़वाली, राजस्थानी सहित विभिन्न प्रांतों पर आधारित संस्कृति कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
देर रात तक दर्शकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आंनद उठाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों को शुभारंभ जै हो वाराही देवी मैय्या तेरी जै जै कारा की स्तुति के साथ किया गया। दल नायक सुरेश राजन के नेतृत्व में पहुंची कलाकारों ने दिन धारनी आग्या हैगिछ दोपहरी मधूली, अरे कोछ तू जानिया वाली गीतों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को ठुमके लगाने के लिए मजबूर कर दिया।
मां नैना सांस्कृतिक कला मंच खटीमा के दल नायक पुष्कर के नेतृत्व में पहुंचे टीम के कलाकारों ने कुमाऊंनी, गढ़वाली, पंजाबी, गढ़वाली, गुजराती गीतों में नृत्य को दर्शकों ने खूब सराहा। देर रात तक ने दर्शकों कलाकारों का उत्साह वर्धन किया। मेला समिति के अध्यक्ष खीम सिंह लगगडिय़ां ने अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान भुवन चंद्र जोशी, कीर्ति बल्लभ जोशी, विनोद गडक़ोटी, दीपक बिष्ट, मोहन सिंह, दिवान सिंह शामिल रहे।