विवाह की तैयारियां शुरू, तांबा-पीतल और कांसे के बर्तनों की बढ़ी डिमांड
विवाह की तैयारियों में लगे तांबा-पीतल और कांसे के बर्तनों की खरीदारी कर रहे हैं। धनतेरस तक बर्तनों की बिक्री में और तेजी आने की उम्मीद है।
नैनीताल (जेएनएन): नवरात्र के साथ शुरू हुए फेस्टिवल सीजन में बाजारों में खरीदारों की भीड़ नजर आने लगी है। पितृ पक्ष की समाप्ति के बाद परिवार व नाते-रिश्तेदार में विवाह की तैयारियों में लगे तांबा-पीतल और कांसे के बर्तनों की खरीदारी कर रहे हैं। धनतेरस तक बर्तनों की बिक्री में और तेजी आने की उम्मीद है। धार्मिक अनुष्ठान से भक्तिमय हुए माहौल में मंदिरों में मूर्ति स्थापना, कलश स्थापना और भागवत कथाओं का दौर शुरू हो चुका है। पूजन सामग्री के बाद सबसे ज्यादा तांबा-पीतल से बने बर्तन और पूजन अनुष्ठान में उपयोग किए जाने वाले बर्तनों की हो रही है।
शगुन के तौर पर खरीदे जा रहे बर्तन
विवाह में तांबे से निर्मित कलश और पीतल से बनी परात शगुन के तौर पर वर-वधू को भेंट की जाती है। परिवार के लोगों की ओर से मिलने वाली इस भेंट को शुभ शगुन के तौर पर देखा जाता है।
वजन के हिसाब से है कीमत
धातु से निर्मित बर्तनों के दाम प्रतिकिलो के भाव से तय किए जाते हैं। चमकदार दिखने वाले बर्तन लोगों को आकर्षित करते हैं। साथ ही तांबे व पीतल में भोजन करना भी सेहत के लिहाज से ठीक माना जाता है, जिसकी वजह से इन धातुओं से निर्मित बर्तनों की बाजार में अच्छी डिमांड है।
क्या है धातु बर्तनों की कीमत
तांबा-800-1200
पीतल-500-790
कांसा-980-1400
एल्मुनियम-270-350
नोट: कीमतें रुपये प्रतिकिलो में।
12 प्रतिशत जीएसटी
तांबा,पीतल और कांसे से निर्मित बर्तनों पर पहले पांच प्रतिशत वैट कर था, लेकिन जीएसटी लागू होने के बाद, अब धातु से निर्मित बर्तनों पर 12 प्रतिशत जीएसटी है। जिससे पहले के मुकाबले कीमतों में इजाफा हुआ है।