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बड़े हादसों के बाद भी लालकुआं-हल्द्वानी हाईवे का निर्माण शिथिल पड़ा

लालकुआं-काठगोदाम राष्‍ट्रीय राजमार्ग की दशा बड़े हादसों के बाद भी सुधर नहीं रही है। डेढ़ महीने पहले डिपो नंबर पांच के पास हुए भीषण हादसे में चार लोगों की मौत के बाद एनएचएआई द्वारा पुनः सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया गया था।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 11:22 AM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 11:22 AM (IST)
बड़े हादसों के बाद भी लालकुआं-हल्द्वानी हाईवे का निर्माण शिथिल पड़ा
बड़े हादसों के बाद भी लालकुआं-हल्द्वानी हाईवे का निर्माण शिथिल पड़ा

लालकुआं, जागरण संवाददाता : लालकुआं-काठगोदाम राष्‍ट्रीय राजमार्ग की दशा बड़े हादसों के बाद भी सुधर नहीं रही है। जिस कारण सड़क पर हमेशा हादसों का भय बना रहता है। डेढ़ महीने पहले डिपो नंबर पांच के पास हुए भीषण हादसे में चार लोगों की मौत के बाद एनएचएआई द्वारा पुनः सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया गया था। लेकिन आज तक कार्यदाई संस्था सद्भाव इंजीनियरिंग कंपनी हाईवे के बीच में छूटे एक गैप को भी नहीं भर सकी है। इसको लेकर लोगों में नाराजगी है। 

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पर्यटक प्रदेश उत्तराखंड के प्रवेश द्वार लालकुआं से हल्द्वानी के बीच 18 किलोमीटर का सफर जान जोखिम में डालने से कम नहीं है। यहां पर पर्यटकों का स्वागत धूल धूसरित सड़कों पर दुर्घटना के साथ होता है। करीब डेढ़ दर्जन स्थानों पर डायवर्जन के साथ ही सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। वनवे होने के कारण वाहनों को कभी इस लाइन के तो कभी उस लाइन में चलना पड़ता है यही नहीं हाइवे में वाहन कहां से घुस जाए इसका भी कोई पता नहीं है। यही कारण है कि सड़क में कभी भी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। 

गत माह डिपो नंबर पांच के पास हुई सड़क दुर्घटना में हल्द्वानी के एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद हरकत में आए एनएचएआई के अधिकारियों ने सड़क में पुनः निर्माण कार्य शुरू किया। इस दौरान एनएचएआई के अधिकारियों ने दावा किया था कि दो माह के भीतर लालकुआं से हल्द्वानी के बीच सभी गैपो में निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। निर्माण कार्य की शुरुआत गुमटी के पास आईओसी डिपो के सामने से की गई। डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी कार्यदाई संस्था 20 मीटर के इस गैप को नहीं भर पाई है। जिससे क्षेत्रवासियों में आक्रोश है।

तीन साल में 40 फीसदी ही हो सका काम 

राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण के कार्य को तीन साल पूरे हो गए हैं लेकिन अभी तक 40 फीसदी कार्य ही पूरा हो सका है। पिछले एक साल से निर्माण कार्य पूरी तरह बंद पड़ा है। जबकि इस सड़क का निर्माण 2016 में हुवा था। 2017 में हाईकोर्ट ने सड़क को दो साल में पूरा करने के निर्देश दिए थे। यानी सड़क को 2019 में पूरा हो जाना था। एनएचएआई के अधिकारी धन की कमी होने के कारण कार्य नही होने की बात कर रहे है। क्षेत्रवासियों द्वारा पिछले दिनों हल्दूचौड़ में आए सांसद अजय भट्ट से हाईवे निर्माण में तेजी लाने की मांग की गई। जिसके बाद उन्‍होंने एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर योगेश शर्मा से बात कर काम जल्‍द पूरा कराने के निर्देश दिए 

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