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भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त, कई रास्‍ते बंद, चीन सीमा से कटा सम्पर्क

पिथौरागढ़ जिले में सोमवार रात से जारी बारिश बुधवार के दोपहर तक जारी रही। बारिश से जिले के डेढ़ दर्जन मार्ग बंद हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 07:27 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 12:32 PM (IST)
भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त, कई रास्‍ते बंद, चीन सीमा से कटा सम्पर्क
भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त, कई रास्‍ते बंद, चीन सीमा से कटा सम्पर्क

जेएनएन, पिथौरागढ़ : पिथौरागढ़ जिले में सोमवार रात से जारी बारिश बुधवार के दोपहर तक जारी रही। बारिश से जिले के डेढ़ दर्जन मार्ग बंद हैं। चीन सीमा को जोडऩे वाले तवाघाट-लिपुलेख, तवाघाट- तिदांग मार्ग बंद है। मुनस्यारी-मिलम मार्ग भी बंद है। थल-मुनस्यारी मार्ग में नाचनी के पास नया बस्ती के पास बंद मार्ग खोलते हुए पहाड़ से जेसीबी मशीन पर मलबा गिरा। ऑपरेटर ने कूद मार कर जान बचाई। टनकपुर-तवाघाट हाईवे घाट से पिथौरागढ़ के मध्य दिल्ली बैंड के पास सुबह दो बार खुलने के बार फिर बंद हो चुकी है। अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ मार्ग भी कोकलखेत के पास बंद हो गया। यहां पर वाहन पर मलबा गिरा। जिले के चार प्रमुख मार्गों सहित 14 मार्ग बंद हैं।

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मंगलवार की रात को भी जारी बारिश से हाईवे पर दिल्ली बैंड के पास मलबा आने से बंद था। सुबह छह बजे के आसपास मार्ग खुला, लेकिन फिर से बंद हो गया। दो घंटे बाद फिर मार्ग खुला। अपराह्न बाद फिर से मार्ग बंद हो गया है। तल्ला जोहार का बांसबगड़ गांव खतरे में आ गया है। गांव के ऊपरी हिस्से में निर्माणाधीन सड़क का मलबा गिरने से गांव खतरे में है। ग्राम प्रधान की सूचना के बाद राजस्व पुलिस मौके को रवाना हो चुकी है। तेरह सौ की आबादी वाले बांसबगड़ गांव में खलबली मची है। ग्रामीण डरे हुए हैं।

धारचूला में हाईवे पर गोठी के पास भारी मलबा आ गया था। लगभग दस घंटे मार्ग बंद रहा। बीआरओ द्वारा मलबा हटाए जाने के बाद यातायात प्रारंभ ह्रुआ। धारचूला से आगे तवाघाट-लिपुलेख, तवाघाट-तिदांग मार्ग दूसरे दिन भी बंद हैं। काली नदी यहां पर 888.80 मीटर पर बह रही है। यहां पर चेतावनी लेवल 889 मीटर है। तहसील क्षेत्र की अधिकांश ग्रामीण सड़कें बंद हो चुकी हैं।

नाचनी में थल-मुनस्यारी मार्ग दूसरे दिन भी बंद रहा। बुधवार को नाचनी के पास जब जेसीबी मलबा हटा रही थी उसी समय पहाड़ की तरफ से मलबा मशीन पर गिर गया। ऑपरेटर बलवीर सिंह निवासी बरेली ने सीट से कूद मार कर जान बचाई। वहीं बांसबगड़ गांव के ऊपर निर्माणाधीन मलबा गिरने से गांव खतरे में आ गया है। ग्राम प्रधान आरसी जोशी ने इसकी सूचना प्रशासन को दी है। सूचना मिलते ही राजस्व विभाग सक्रिय हो गया है। बांसबगड़ गांव में 154 परिवार हैं और 1300 की आबादी है। कानून गो प्रकाश जोशी ने बताया कि सूचना मिलते ही पटवारी देव सिंह धपवाल को मौके पर भेज दिया गया है। गंगोलीहाट, बेरीनाग व डीडीहाट में भी बारिश से भूस्खलन हुआ है।

कहां कितनी बारिश हुई

तहसील               वर्षा एमएम

पिथौरागढ़            36

बेरीनाग                45.40

डीडीहाट              30

धारचूला                44.40

गंगोलीहाट            37

मुनस्यारी               28

पौसा-पोस्ताला मोटर मार्ग पर गिरा बोल्डर, मार्ग बंद

बेरीनाग में पौसा-पोस्ताला मोटर मार्ग बंद होने से स्थानीय ग्रामीणों के लिए आवाजाही की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। लोनिवि के अवर अभियंता सुरेंद्र महरा ने बताया कि मार्ग से मलबा हटाने के लिए मशीन भेज दी गई है। गुरुवार तक रोड खुलने की संभावना है। वहीं, नगर में पोस्ट ऑफिस से बना बैंड तक बारिश के चलते सड़क में पानी भरने से जगह-जगह गड्ढे बने गए हैं। नालियां बंद होने से पानी सड़कों पर बह रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता जीवन सिंह धानिक ने एनएच के अधिकारियों व नगर पंचायत से शीघ्र बंद पड़ी नालियों को खोलने की मांग की है।

भारी बारिश से सुरक्षा दीवार गिरी

गंगोलीहाट क्षेत्र के ग्राम पंचायत बुशैल के अंतर्गत नैचूना गांव में बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे भारी बारिश के चलते गोपाल सिंह परगाई के मकान के आंगन की सुरक्षा दीवार भरभरा कर गिर गई। दीवार का मलबा मकान के मुख्य दो दरवाजों तक पहुंच गया। इससे पीडि़त परिवार का मकान से अंदर व बाहर जाना बाधित हो गया है। मलबे में बड़ा पंखा व दो खिड़कियां भी दब गई।

मसमोली-कुकरौली मार्ग पर गिरा पेड़

थल में लगातार हो रही बारिश के चलते मसमोली-कुकरौली मार्ग पर चीड़ का पेड़ गिर पड़ा। इससे मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है। सामाजिक कार्यकर्ता दीपक सिंह सामंत ने लोनिवि के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी और शीघ्र मार्ग से पेड़ हटाने की मांग की है। मार्ग बंद होने से एक दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क भंग गया है। इधर, विकासखंड मूनाकोट के प्राइमरी स्कूल बिलाई की चाहरदीवारी ढह गई। क्षेत्र में लगातार भूकटाव हो रहा है। इससे स्कूल भवन के भी क्षतिग्रस्त होने की संभावना है।

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