बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष बोलीं, सेल्फी व सोशल मीडिया के बजाय बच्चों पर दें ध्यान
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने अभिभावकों से सेल्फी व सोशल मीडिया के बजाय पाल्यों पर ध्यान देने की अपील की है।
नैनीताल, जेएनएन : बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने अभिभावकों से सेल्फी व सोशल मीडिया के बजाय पाल्यों पर ध्यान देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आयोग बच्चों से संबंधित योजनाओं व उत्पीडऩ रोकने से संबंधित विभागों का मॉनीटरिंग करता है।
गुरुवार को नैनीताल क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए आयोग अध्यक्ष ने कहा कि आयोग के पास बच्चों में नशे से संबंधित करीब दो सौ मामले आ चुके हैं। जबकि बाल मजदूरी से संबंधित 280 मामले सामने आ चुके हैं। नैनीताल के एक नामी स्कूल में 20 हजार फीस नहीं चुकाने पर बच्ची का टीसी नहीं देने के मामले में आयोग गंभीर है। बच्ची के अभिभावकों ने भी शिकायती पत्र देकर बताया है कि विद्यालय प्रबंधन के रवैये के कारण उनकी बच्ची घर पर ही है। दूसरे नामी विद्यालय के खिलाफ भी शिकायत आई है। जिस पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि जांच हो चुकी है। पब्लिक स्कूल स्मार्ट क्लास समेत कम्प्यूटर शिक्षा, ट्यूशन फीस के जरिये अभिभावकों की जेब काट रहे हैं। जबकि इन स्कूलों द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के बजाय युवा पीढ़ी को बर्बाद किया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आयोग के दिशा-निर्देशों का सरकार द्वारा अनुपालन किया जाता है।
शेरवुड के किचन में गंदगी पर फटकार
आयोग अध्यक्ष ऊषा नेगी ने शेरवुड कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कॉलेज में स्टेंडर्ड के अनुरूप बच्चों को नहीं रखा गया है। किचन के साथ ही फ्रिज मेें भी गंदगी मिली है। इस विद्यालय में महानायक अमिताभ बच्चन ने शिक्षा ली है मगर निरीक्षण में तमाम कमियां पाई गई हैं। मौके पर ही विद्यालय को फटकार लगाते हुए गंदगी समेत अन्य कमियां सुधारने के निर्देश दिए गए। आयोग दून जाकर कॉलेज को नोटिस जारी करेगा। निरीक्षण में सीईओ केके गुप्ता समेत आयोग के सदस्य शामिल रहे।
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