Haldwani News : DDA में लंबे समय से जमे प्राधिकरण इंजीनियरों के इलाके बदले
संयुक्त सचिव प्राधिकरण की तरफ से मंगलवार को आदेश जारी किया गया था। जिसके मुताबिक कनिष्ठ अभियंता मनोज अधिकारी राजेश अधिकारी कविता शाह के अलावा अपर सहायक अभियंता अंकित बोरा के कार्य क्षेत्र में बदलाव कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: जिला विकास प्राधिकरण के कार्यालय में लंबे समय से जमा इंजीनियरों के कार्य क्षेत्र में बदलाव कर दिया गया है। एक जगह टिके रहने को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे थे। जिसके बाद प्राधिकरण की संयुक्त सचिव ऋचा सिंह ने यह आदेश जारी किया है। नई जगह कार्यभार लेने से पहले इन इंजीनियरों को यह प्रमाणपत्र भी देना होगा कि पुराने इलाके में अवैध निर्माण से जुड़ा कोई ऐसा मामला नहीं है। जिसमें चालानी कार्रवाई नहीं की गई हो।
संयुक्त सचिव प्राधिकरण की तरफ से मंगलवार को आदेश जारी किया गया था। जिसके मुताबिक कनिष्ठ अभियंता मनोज अधिकारी, राजेश अधिकारी, कविता शाह के अलावा अपर सहायक अभियंता अंकित बोरा के कार्य क्षेत्र में बदलाव कर दिया गया। फिलहाल प्राधिकरण के पास चार ही इंजीनियर है। जिनके दायरे में लालकुआं, रामनगर, कालाढूंगी और हल्द्वानी तहसील का क्षेत्र भी आता है।
कविता शाह व अंकित बोरा और मनोज अधिकारी व राजेश तिवारी अनुपस्थिति में एक-दूसरे का काम भी देखेंगे। संयुक्त सचिव ने कहा कि बगैर अनुमति कोई भी अभियंता मुख्यालय को नहीं छोड़ सकता। ऐसी स्थिति में विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। ऋचा सिंह के मुताबिक ढाई साल बाद किसी इंजीनियर का तबादला हो रहा है।
सब कमिश्नर के छापे का असर
19 मई को कमिश्नर दीपक रावत ने प्राधिकरण के हल्द्वानी स्थित कार्यालय में छापा मारा था। 2019 में सेवानिवृत्त हुआ कर्मचारी यहां कोर्ट से जुड़े अहम मामलों की फाइल तैयार करता पाया गया था। रिकार्ड रूम भी खस्ताहाल हालत में मिला। चालान से जुड़ी फाइलों की सुनवाई न करने पर भी वह सख्त दिखे। उसके बाद पुराने मामले ढूंढ-ढूंढ अवैध निर्माण से जुड़े वादों में नोटिस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया था।
सिंधी चौक के पास पार्किंग बनाने की तैयारी
शहर में बढ़ते जाम की मुख्य वजह पार्किंग का अभाव है। डीएम धीराज सिंह गब्र्याल ने प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय को सिंधी चौराहे पास सिंचाई विभाग की 500 वर्ग मीटर जमीन पर मल्टीस्टोरी पार्किंग का प्रस्ताव तैयार करने को कहा है। करीब 100 वाहन क्षमता वाली पार्किंग बननी है। जिसका डिजाइन प्राधिकरण तैयार करेगा। निर्माण से पहले लैंड सिंचाई विभाग से ट्रांसफर भी करवाई जाएगी। फिजिबिलिटी सर्वे से जुड़ी प्रक्रिया पूर्व में पूरी कर ली गई है।