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आपदा के बजट से ठीक होगा चम्पावत का हेलीपैड, आपदा राहत व वीआइपी दौरे में आएगा काम

जिला प्रशासन आपदा मद से हेलीपैड की सुरक्षा दीवार व डे्रनेज सिस्टम को बनाने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए पीडब्लूडी ने करीब 81 लाख की लागत से प्रस्ताव तैयार किया है। प्रस्ताव के अनुमोदन के लिए फाइल शासन में भेजी जा रही है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 08:47 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 08:47 PM (IST)
हेलीपैड में दो हेलीकाप्टर और 1 एम-17 जहाज तीनों एक साथ उतर सकेंगे।

जागरण संवाददाता, चम्पावत : चम्पावत में बना हेलीपैड सालों से बजट के अभाव में अधूरा पड़ा हुआ है। यही नहीं हेलीपैड के चारों ओर सुरक्षा दीवार न होने से लगातार भू कटाव होने से हेलीपैड व ग्रामीणों के लिए भी खतरा बना हुआ है। इसको देखते हुए अब जिला प्रशासन आपदा मद से हेलीपैड की सुरक्षा दीवार व डे्रनेज सिस्टम को बनाने की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए पीडब्लूडी ने करीब 81 लाख की लागत से प्रस्ताव तैयार किया है। प्रस्ताव के अनुमोदन के लिए फाइल शासन में भेजी जा रही है।

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वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद सरकार ने सभी जनपदों में हेलीपैड का निर्माण करवाया। इसी के तहत चम्पावत में उत्तराखंड इमरजेंसी एसिस्टेंस प्रोजेक्ट (यूईएपी) ने सर्किट हाउस के पास 0.20 हेक्टेयर जमीन पर हेलीपैड का काम शुरू किया। जिसे नवंबर 2018 तक पूरा करना था लेकिन लेकिन काम पूरा होना तो दूर, दो साल से काम ही बंद है। 99 लाख रुपये खर्च होने के बाद जमीन के समतलीकरण के बाद बस इसमेें प्लेटफार्म का काम ही पूरा हो सका है। अभी हेलीपैड में बहुउद्देश्यीय हॉल, सुरक्षा दीवार, घास और सजावट का काम होना बाकी है। तब से जिला प्रशासन बजट की मांग कर रहा है लेकिन शासन से बजट नहीं मिला। बीते वर्ष प्रशासन ने हेलीपैड में बचे कार्य को कराने के लिए 2.51 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर शासन में भेजा था लेकिन अनुमोदन नहीं मिला। जिससे कारण कार्य शुरू नहीं हो पाया। अब प्रशासन ने आपदा प्रबंधन के तहत पीडब्लूडी द्वारा 81 लाख का प्रस्ताव बनाकर भेजा है। जिसे अनुमोदन के लिए शासन में भेजा जा रहा है।

अनुमोदन मिलने के बाद शुरू होगा कार्य : एडीएम

एडीएम टीएस मर्तोलिया ने बताया कि हेलीपैड में सुरक्षा दीवार व ड्रेनेज सिस्टम के लिए पीडब्लूडी द्वारा प्रस्ताव बनाकर अनुमोदन के लिए भेजा जा रहा है। अनुमोदन मिलने के बाद कार्य शुरू किया जाएगा। हेलीपैड में दो हेलीकाप्टर और 1 एम-17 जहाज तीनों एक साथ उतर सकेंगे। इसका उपयोग आपदा में राहत समेत वीआइपी मूवमेंट और अन्य गतिविधियों के लिए भी किया जाना है।


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