पीठों की स्थापना करने वाले महादेव गिरी महाराज की पुण्यतिथि मनाई
ब्रह्मलीन महादेव गिरि महाराज की पुण्यतिथि पर शनिवार को महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय में रुद्राभिषेक सूक्त पाठ व पूजन किया गया।
हल्द्वानी, जेएनएनः श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय, कालभैरव सन्यास आश्रम व दक्षिणी कैलाश धाम ऐड़ाद्याे, पिप्पलेश्वर मन्दिर आदि पीठों की स्थापना करने वाले संत ब्रह्मलीन महादेव गिरि महाराज की पुण्यतिथि पर शनिवार को महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय में रुद्राभिषेक, सूक्त पाठ व पूजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. नवीन चन्द्र जोशी के निर्देशन में समस्त कार्यक्रम हुए।
महाविद्यालय के अध्यक्ष वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी परेश यति महाराज और प्रबंधक नवीन वर्मा ने महादेव गिरी महाराज के चित्र का पूजन कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। महामण्डलेश्वर ने कहा कि महादेव गिरि महाराज तपस्वी संत होने के साथ-साथ परम उपकारी समाजसेवी संत भी थे । उन्होंने संस्कृत को उच्च शिखर में ले जाने का कार्य किया। कहा कि संत फलदार वृक्ष व नदी के समान उपकारी होते हैं। भारतीय संस्कृति को गौरवमय स्वरुप में स्थापित करने के लिए उन्होंंने संस्कृत शिक्षा को निश्शुल्क पढ़ाने की नींंव रखी। मुख्य वक्ता डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि अपने महान कार्यों के कारण ही उन्हें महादेव कहा जाता है। संत सदा परोपकारी होते हैं। तारा चन्द्र गुरुरानी व भोलाशंकर, डीसी खुल्बे, तारादत्त पाण्डेय, चौधरी समर पाल सिंह आदि ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में डां. कृष्णचन्द्र जोशी, राकेश पंत, पान बिष्ट आदि मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें
इस जन्माष्टमी दैनिक जागरण लेकर आ रहा फोटो काॅन्टेस्ट, हमें भेजिए अपने कान्हा की मनभावन फोटो