कुदरत के संकेत नहीं समझ सके अंकुर, तमाम बाधाओं के बावजूद निकले थे शादी के लिए NAINITAL NEWS
कहते हैं कुदरत भी संकेत देती है जो समझ गया और वह समय टल गया तो जीवनदान मिल जाता है। ऐसा ही कुछ शिक्षा व खेल मंत्री अरविंद पांडे के पुत्र अंकुर पांडे के साथ भी हुआ।
रुद्रपुर, जेएनएन : कहते हैं कुदरत भी संकेत देती है, जो समझ गया और वह समय टल गया तो जीवनदान मिल जाता है। ऐसा ही कुछ शिक्षा व खेल मंत्री अरविंद पांडे के पुत्र अंकुर पांडे के साथ भी हुआ। नियति ने संकेत तो कई बार दिए, लेकिन होनी नहीं टल पाई और युवा अंकुर पांडे मंगलवार मध्य रात्रि काल का ग्रास बन गए।
खेल मंत्री अरविंद पांडे के पुत्र अंकुर पांडे गोरखपुर में एक वैवाहिक समारोह में भाग लेने के लिए मंगलवार रात को अपने साथियों के साथ रवाना हुए। परिवार के नजदीकी लोगों के मुताबिक अंकुर जब रात को घर से निकले तो अचानक ही उनकी कार का टायर फट गया। कार का टायर बदलवा कर वह निकलने लगे तो कार की बैटरी ने दिक्कत शुरू कर दी और कार की लाइट भी बंद हो गई। कुदरत कहीं न कहीं अंकुर के काल का निर्धारित समय टालने का प्रयास कर रही थी, लेकिन गोरखपुर शादी में जाने का जुनून अंकुर व उसके साथियों पर कुछ इस कदर हावी रहा कि कार में आने वाली दिक्कतें भी उनको नहीं रोक पाईं। अंकुर भी लगातार आ रही दिक्कतों से मिलने वाले संकेत को भी नहीं समझ पाए। वह नहीं जानते थे कि यह उनकी अंतिम यात्रा साबित होगी।
क्षेत्र में पहचान व प्रभाव के चलते रात अधिक होने के बाद भी कार में आई सारी दिक्कतों को आनन-फानन दूर करने के बाद वह नहीं रुके और गोरखपुर के लिए चल दिए थे। लखनऊ हाईवे पर कार हाईवे पर ट्रक में जा घुसी। रात को लगभग ढाई बजे जब घर पर अंकुर पांडे व उसके साथी की मौत की खबर आई तो कोहराम मच गया।
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