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कुंभ से लौटी बसों को नहीं मिल रही सवारियां, रोडवेज की आय फिर गड़बड़ाई

दिल्ली के लॉकडाउन और रात्रि में कफ्र्यू की वजह से उत्तराखंड परिवहन निगम की सेवाओं में खासा असर पड़ा है। वहीं कुंभ ड्यूटी के लिए मांगी गई 535 रोडवेज बसें अपने-अपने डिपो को वापस हो चुकी है। मगर सवारियों का संकट रोडवेज के लिए भारी पड़ रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 11:51 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 11:51 AM (IST)
कुंभ से लौटी बसों को नहीं मिल रही सवारियां, रोडवेज की आय फिर गड़बड़ाई
कुंभ से लौटी बसों को नहीं मिल रही सवारियां, रोडवेज की आय फिर गड़बड़ाई

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : दिल्ली के लॉकडाउन और रात्रि में कफ्र्यू की वजह से उत्तराखंड परिवहन निगम की सेवाओं में खासा असर पड़ा है। वहीं, कुंभ ड्यूटी के लिए मांगी गई 535 रोडवेज बसें अपने-अपने डिपो को वापस हो चुकी है। मगर सवारियों का संकट रोडवेज के लिए भारी पड़ रहा है। इसके अलावा नाइट कफ्र्यू के कारण सवारियां भी घर से निकलने को लेकर असमंजस में है।

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कुंभ को लेकर परिवहन निगम मुख्यालय ने पहले प्रदेश के सभी डिपो से उन गाडिय़ों का डाटा मांगा था। जिन्हें कुंभ के दौरान चलाया जाएगा। ताकि श्रद्धालुओं को इस पर्व में शामिल होने के लिए किसी तरह की दिक्कत न आए। कुमाऊं के अलग-अलग डिपो से 165 गाडिय़ों को मय चालक-परिचालक हरिद्वार के लिए रवाना किया गया। लेकिन अब कुंभ में सिर्फ सांकेतिक मेला लगने की वजह से बसों की वापसी का सिलसिला शुरू हो चुका है। हल्द्वानी स्टेशन के वरिष्ठ प्रभारी रवि शेखर कापड़ी ने बताया कि कुंभ गई अधिकांश गाडिय़ां लौट चुकी है। लेकिन अब सवारियों का संकट खड़ा हो चुका है।

लौटने वालों भीड़

प्रवासियों के वापसी आने का सिलसिला अब फिर से शुरू हो चुका है। स्टेशन इंचार्ज रवि शेखर कापड़ी ने बताया कि सोमवार को दिल्ली से आने वालों की संख्या ज्यादा थी। लेकिन भेजने के लिए सवारियां नहीं मिल पा रही। रात्रि के वक्त पहाड़ जाने के लिए गाडिय़ों की संख्या बढ़ाई गई है। क्योंकि, लौटने वाले अधिकांश लोग पहाड़ के है।

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