जननी सुरक्षा के लिए मिला बजट, 2000 महिलाओं को लाभ
सितंबर 2005 में शुरू हुई योजना का मकसद गरीब प्रसूता, जिनका परिवार इलाज कराने में सक्षम नहीं है, उनको इस योजना से लाभान्वित करना था।
हल्द्वानी, जेएनएन : जननी सुरक्षा योजना के तहत लंबे इंतजार के बाद अब जाकर बजट आया है। सितंबर 2005 में शुरू हुई योजना का मकसद गरीब प्रसूता, जिनका परिवार इलाज कराने में सक्षम नहीं है, उनको इस योजना से लाभान्वित करना था। पहली किस्त में 2000 महिलाओं को धनराशि दी गई है। प्रसव के बाद बच्चे का जन्म होने पर सरकार की ओर से यह धनराशि मुहैया कराई जाती है।
महिला अस्पताल में करीब 4000 महिलाएं अब तक इस लाभ से वंचित थीं। कारण, सरकारी स्तर से समय पर बजट नहीं आना था। वंचित महिलाओं को लाभ दिलाने के लिए करीब तीन करोड़ 82 लाख का बजट आया है। जननी सुरक्षा के साथ ही फैमिली प्लानिंग योजना, जननी शिशु योजना और स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए यह बजट मिला है।
क्या चीजें हैं जरूरी
- गर्भधारण का पंजीकरण है जरूरी
- प्रसव पूर्व उचित देखरेख व अस्पतालों में प्रसव को बढ़ावा देकर जच्चा-बच्चा की पूर्ण सुरक्षा
- आंगनबाड़ी केंद्रों, स्वास्थ्य केंद्र पर बनता है जननी सुरक्षा कार्ड
- आशा को महिला को घर से लाने पर मिलते हैं 600 रुपये
- आशा के न पहुंचने पर मिलते हैं 300 रुपये
ऐसे मिलता है लाभ
ग्रामीण क्षेत्रों में महिला को 1400 और आशा कार्यकर्ता को 600 रुपये, शहरी क्षेत्र में महिला को 1000 रुपये और आशा कार्यकर्ता को 200 रुपये प्रोत्साहन राशि मिलती है।
दो हजार महिलाओं को मिला लाभ
डॉ. भागीरथी जोशी, सीएमएस ने बताया कि जननी सुरक्षा योजना के लिए आई किस्त से 2000 महिलाओं को लाभ मिल गया है। शेष 2000 महिलाओं को भी जल्द लाभ दिया जाएगा।
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