जो जाउं हठ तुम्हरे साथा, लगे कलंक सुनो मोहि भ्राता..
जासं हल्द्वानी रामलीला मैदान में चल रही वर्चुअल रामलीला में मंगलवार शाम भरत-कैकेयी संवाद राम-भरत मिलाप की लीला का मंचन किया गया।
जासं, हल्द्वानी : रामलीला मैदान में चल रही वर्चुअल रामलीला में मंगलवार शाम भरत-कैकेयी संवाद, राम-भरत मिलाप की लीला का मंचन किया गया। पीहर से लौटे भरत श्रीराम के वन गमन का समाचार पाकर चित्रकूट आए हैं। भरत के घर लौटने का आग्रह करने पर श्रीराम कहते हैं, सुनहु सकल बिनती यह मोरी, कहूं शंभू से मैं कर जोरी। जो जाउं हठ तुम्हरे साथा, लगे कलंक सुनो मोहि भ्राता।
राम और लक्ष्मण भरत से आग्रह करते हैं, भारत वीर पलटि जाओ घर को, पलटि जाओ घर को लवटि जाओ घर को। बैठ अयोध्या राज करो भइया निर्मल सरयू के तीर। बाद में सूर्पणखा नासिक छेदन, अनुसूया संवाद तक की लीला दिखाई गई। आयोजन में विवेक कश्यप, प्रदीप जनौटी, अमित जोशी, भवानी शकर, तनुज गुप्ता, विनीत अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल, अन्नु अग्रवाल, सुशील शर्मा, मनोज राजोरिया, नीरज रावत, अतुल जायसवाल आदि सहयोग कर रहे हैं। कुंवरपुर में राम को हुआ वनवास
हल्द्वानी : श्री आदर्श रामलीला कमेटी कुंवरपुर में मंगलवार शाम धनुष यज्ञ, राम वनवास की लीला का मंचन किया गया। लक्ष्मण-परशुराम संवाद ने दर्शकों को बांधे रखा। इसके बाद दशरथ-कैकेयी संवाद, राम वनवास की लीला का मंचन किया गया।