दीपावली पर बागेश्वर जिले को मिली सौगात, बिजली कटौती से मिलेगी मुक्ति
बागेश्वर जनपद के लोगों को बार-बार विद्युत कटौती से निजात मिल जाएगी। संबंधित विभाग की रानीखेत से बागेश्वर जाने वाली 33 केवी की लाइन को उच्चीकृत कर 132 केवी कर दिया गया है।
रानीखेत, जेएनएन : पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन (पिटकुल) कर्मचारियों की पांच साल की कड़ी मेहनत आखिरकार रंग लाई। कर्मचारियों की मेहनत से बागेश्वर जनपद के लोगों को बार-बार विद्युत कटौती तथा लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिल जाएगी। संबंधित विभाग की रानीखेत से बागेश्वर जाने वाली 33 केवी की लाइन को उच्चीकृत कर 132 केवी कर दिया गया है।
दीपावली महापर्व बागेश्वर जनपदवासियों के लिए खुशखबरी लेकर आया है। वर्ष 2014 में बागेश्वर को 132 केवी का सब स्टेशन बनाने की जद्दोजहद शुरू हुई। और आखिरकार पांच साल बाद पिटकुल कर्मियों ने करीब 44 किमी लंबी 132 केवी की विद्युत लाइन को उच्चीकृत कर दिया। लाइन करीब 124 टावरों से होकर गई है। पहले अल्मोड़ा व रानीखेत से बागेश्वर को 33 केवी की लाइन थी जिसे अब उच्चीकृत कर 132 केवी कर दिया गया है। अब जनपदवासियों को लो वोल्टेज व बार-बार विद्युत कटौती की समस्या से पूर्णत: निजात मिल जाएगी।
विवादों से भी रहा नाता
रानीखेत के समीपवर्ती मजखाली स्थित नैनी बिजली घर से बागेश्वर को जाने वाली विद्युत लाइन कई बार विवादों में भी फंसी। बीते 26 फरवरी को द्वाराहाट ब्लॉक के बासुलीसेरा गांव में खेतों में टावर लगाने का खूब विरोध हुआ। पर विभागीय अधिकारियों ने बमुश्किल ग्रामीणों को समझा आगे का काम सुचारु किया। ईई, पिटकुल अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि पहले बागेश्वर को 33 केवी की लाइन थी। जिसे उच्चीकृत कर 132 में बदल दिया गया है। वर्ष 2014 में कार्य शुरु हुआ था जिसे अब अंतिम रूप दे दिया गया है। इससे बागेश्वर जनपद को काफी लाभ मिलेगा।