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पुरातत्व विभाग ने 31 मई तक पाताल भुवनेश्वर गुफा बंद रखने के दिए निर्देश

पुरातत्व विभाग से गुफा को 31 मई तक बंद रखने के आदेश प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि कोविड 19 के खतरे को देखते हुए और कोविड 19 को वैश्विक महामारी होने से केंद्रीय संरक्षित स्मारक पुरास्थल सार्वजनिक हित में पर्यटकों के लिए बंद किए हैं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sun, 16 May 2021 07:11 AM (IST)Updated: Sun, 16 May 2021 07:11 AM (IST)
पुरातत्व विभाग ने 31 मई तक पाताल भुवनेश्वर गुफा बंद रखने के दिए निर्देश
पुरातत्व विभाग के आदेश के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा।

संवाद सूत्र,  गंगोलीहाट: प्रसिद्ध पाताल भुवनेश्वर गुफा  को पुरातत्व विभाग ने 31 मई तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। गुफा विगत माह से ही दर्शनों के लिए बंद कर दी गई थी। पाताल भुवनेश्वर गुफा के मुख्य पुजारी नीलम भंडारी ने बताया कि  पुरातत्व विभाग से गुफा को 31 मई तक बंद रखने के आदेश प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि कोविड 19 के खतरे को देखते हुए और कोविड 19 को वैश्विक महामारी होने से  भारत सरकार परिवार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने केंद्रीय संरक्षित स्मारक पुरास्थल सार्वजनिक हित में पर्यटकों के लिए बंद किए हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में भारतीय पुरातत्व विभाग ने मंदिर कमेटी को गुफा को अगले आदेशों तक 31 मई तक बंद करने के आदेेश दिए हैं।

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पुरातत्व विभाग के इस आदेश पर मंदिर कमेटी के मुख्य पुजारी नीलम भंडारी, उपाध्यक्ष त्रिलोक सिंह भंडारी, कोषाध्यक्ष उमेद सिंह भंडारी, सचिव जगत सिंह रावल ने 31 मई तक गुफा को बंद रखने का निर्णय लिया है। साथ ही कहा है कि पुरातत्व विभाग के आदेश के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा।

पांच दर्जन परिवारों के सम्मुख आर्थिक संकट

कोरोना काल के चलते विगत वर्ष पाताल भुवनेश्वर गुफा मार्च 2020 से बंद हो गई थी। कई माह बाद गुफा दर्शनों के लिए खुली। इस वर्ष भी कोरोना संक्रमण के चलते अ्रप्रैल माह के प्रारंभ में ही गुफा दर्शन के लिए बंद कर दी गई । देश में कोविड संक्रमण चरम पर है। अभी गुफा के दर्शनों के लिए खुलने में लंबा समय लगा सकता है। गुफा कब तक दर्शनों के बंद रहेगी यह अनिश्चित है।

पाताल भुवनेश्वर गुफा से पांच दर्जन से अधिक लोगों की प्रत्यक्ष आजीविका जुड़ी है। जिसमें पांच पुजारी, 28 गाइड, 15 होटल एक दर्जन अन्य लोग हैं। इसके अलावा पर्यटकों को लाने , ले जाने वाहन स्वामी भी प्रभावित हैं। पांच दर्जन लोगों की आजीविका गुफा खुलने पर ही संभव है। इन लोगों के पास अन्य कोई भी आजीविका का माध्यम नहीं है। कोरोना के चलते बीते वर्ष से ही आर्थिक संकट झेल रहे इन लोगों को वर्ष 2021 में भी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।

अभी गुफा के जल्द खुलने के कोई आसार नहीं हैं। मध्य जून के बाद मानसून काल प्रारंभ होने से गुफा के दर्शन संभव नहीं होते हैं। मानसून काल में गुफा में ऑक्सीजन की कमी रहती है। सितंबर अंत तक जाकर गुफा दर्शनों के लिए खोली जाती है। मुख्य पुजारी नीलम भंंडारी का कहना है कि देश में कोविड संकट लंबा चलने वाला है। उन्होंने सरकार से गुफा से जुड़े लोगों की आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।

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