कुमाऊं विवि के असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति मामले की जांच शासन करेगा nainital news
कुमाऊं विवि के संस्थापक कुलपति प्रो. डीडी पंत द्वारा स्थापित डीएसबी भौतिकी विभाग में समाज उपयोगी शोधों के बजाय विवाद पैदा करने में शोध अधिक हो रहा है।
नैनीताल, जेएनएन : अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त व कुमाऊं विवि के संस्थापक कुलपति प्रो. डीडी पंत द्वारा स्थापित डीएसबी भौतिकी विभाग में समाज उपयोगी शोधों के बजाय विवाद पैदा करने में शोध अधिक हो रहा है। कुलपति प्रो. केएस राणा ने असिस्टेंट प्रोफेसर के नियुक्ति मामले के विवाद के पटाक्षेप के लिए शासन से जांच का आग्रह किया है। इस संबंध में पत्र भी भेज दिया गया है।
2005 में हुई थी नियुक्ति असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति
डीएसबी का भौतिकी विभाग प्राध्यापकों के बीच की बौद्धिक लड़ाई व विवादों की वजह से चर्चा में है। ताजा प्रकरण असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर 2005 में हुई नियुक्ति का है। आरोप है कि चयन समिति द्वारा डॉ. पवन कुमार मिश्रा का चयन किया। जबकि नियुक्ति पत्र अन्य अभ्यर्थी डॉ. प्रमोद कुमार या पीके मिश्रा के नाम जारी कर दिया गया। डॉ. मिश्रा ने इसे खुद के खिलाफ साजिश करार देते हुए कहा कि विभाग के कतिपय प्राध्यापकों की डिग्रियों पर सवाल उठाने की वजह से उनके खिलाफ साजिश का तानाबाना बुना गया। जागरण के इस मामले के उजागर करने से विवि के प्राध्यापकों में खलबली मची है। कुलपति प्रो. केएस राणा के अनुसार मामले को उच्चस्तरीय जांच के लिए शासन को संदर्भित किया गया है। उन्होंने कहा कि नियुक्तियों में जो भी शिकायत आएगी, उसका परीक्षण गंभीरता से किया जाएगा।
प्रो. पंत ने विभाग को दिलाई अंतरराष्टï्रीय ख्याति
डीएसबी परिसर के भौतिकी विभाग को प्रसिद्ध विज्ञानी व विवि के संस्थापक कुलपति प्रो. डीडी पंत के शोधों की वजह से अंतरराष्टï्रीय ख्याति मिली। विभाग से पासआउट दर्जनों छात्र-छात्राएं देश-दुनिया के महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत हैं। मगर अब यह विभाग उच्चकोटी के शोध के बजाय विवादों की वजह से चर्चा में है। विभाग में अध्ययन कर चुके पूर्व छात्र इन विवादों से बेहद चिंतित हैं।
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