लोक संस्कृति से लेकर फिल्मी धुनों पर थिरके STH के मेडिकल स्टूडेंट्स
राजकीय मेडिकल कॉलेज में मरीज देखने की टेंशन को छोड़कर कोई लोकगीत-संगीत की धुन पर मस्त था, तो कई फिल्मी व पॉप संगीत का आनंद ले रहा था।
हल्द्वानी, जेएनएन : राजकीय मेडिकल कॉलेज में अध्ययन करने वाले मेडिकल स्टूडेंट्स व डॉक्टर सोमवार को मदमस्त होकर थिरके। मरीज देखने की टेंशन को छोड़कर कोई लोकगीत-संगीत की धुन पर मस्त था, तो कई फिल्मी व पॉप संगीत का आनंद ले रहा था। भावी डॉक्टरों ने वार्षिकोत्सव क्रिसिंडो पर देर रात तक जमकर आनंद उठाया।
मुख्य अतिथि भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता व एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव व कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैंसोड़ा ने दीप जलाकर तीन दिवसीय समारोह का शुभारंभ किया। विद्यार्थियों ने स्वागत गीत के साथ अतिथियों का स्वागत किया। इसके बाद मंच पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देखते ही बन रही थी। प्रथम वर्ष की छात्रा रिया ने सोलो गीत मोह मोह के धागे... प्रस्तुत किया। आकांक्षा सोलो नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति से मोहा। गलियां तेरी गलियां भा गयी तेरी गलिया गीत प्रस्तुत कर स्वर्णिमा ने खूब वाहवाही बटोरी। कृति व रिचा की नृत्य प्रस्तुति पर परिसर में बैठे मेडिकल छात्र-छात्राएं भी झूमने लगे। इसके अलावा निहारिका, मानसी, हितेश जोशी, दिव्या उप्रेती की प्रस्तुति भी सराहनीय रही।
विद्यार्थियों ने बचपन से लेकर बुढ़ापे तक होने वाले मानसिक तनाव को नाटक के जरिये प्रस्तुत कर लोगों को सोचने को मजबूर कर दिया। इसमें चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी, डॉ. एसएस भंडारी, डॉ. साधना अवस्थी, डॉ. मकरंद सिंह, डॉ. एसआर सक्सेना, डॉ. जीएस तितियाल, डॉ. मुकेश, डॉ. विनीता रावत, डॉ. उर्मिला पलडिय़ा, डॉ. भावना श्रीवास्तव, डॉ. विवेकानंद सत्यवली आदि शामिल रहे।
पढ़ाई के साथ जरूरी खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रम
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैंसोड़ा ने कहा कि कॉलेज 10वां वार्षिक समारोह आयोजित कर रहा है। विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ ही सांस्कृतिक व खेलकूद प्रतियोगिताओं में शामिल होना चाहिए। अन्य आयोजनों में भी सक्रिय रहने से शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है।
यह भी पढ़ें : हर चार मिनट में भारत की सड़कों पर एक व्यक्ति की मौत, जानिए क्या है वजह