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चंपावत में बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त, दिन भर बंद रहा टनकपुर-चम्पावत हाईवे

मंगलवार शाम व बुधवार सुबह चंपावत जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश से आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। बारिश के चलते क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ। जिसके चलते बुधवार को दिन भर टनकपुर-चम्पावत हाइवे पर जगह-जगह मलबा गिरता रहा।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 04:43 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 04:43 PM (IST)
चंपावत में बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त, दिन भर बंद रहा टनकपुर-चम्पावत हाईवे
बार‍िश के कारण टनकपुर-चम्पावत हाइवे पर जगह-जगह मलबा गिरता रहा।

चम्पावत, जेएनएन : मंगलवार शाम व बुधवार सुबह चंपावत जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश से आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। बारिश के चलते क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ। जिसके चलते बुधवार को दिन भर टनकपुर-चम्पावत हाइवे पर जगह-जगह मलबा गिरता रहा। जिससे वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई। सड़क बंद होने से दर्जनों वाहनों में सैकड़ों यात्री मार्ग में फंसे रहे।

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सुबह 7:30 बजे चल्थी में झालाकुड़ी के पास पहाड़ी का बड़ा हिस्सा गिरकर सड़क पर आ गया। काफी मशक्कत के बाद 10:55 बजे मलबा हटाकर आवाजाही की गई लेकिन कुछ देर बाद ही 11:15 बजे सिन्याड़ी के पास बोल्डरों के साथ मलबा और पेड़ सड़क पर आ गए। 12:10 बजे मलबा हटाकर आवागमन सुचारू किया गया। सवा ग्यारह बजे के आस-पास अमरूबैंड के पास चट्टान दरक गई। बड़ी मात्रा में आए मलबे को हटाने में घंटों का समय लग गया। यहां 2:30 बजे सड़क तो खुल गई लेकिन 2:50 बजे आठवें मील के पास मलबा आने से फिर जाम लग गया।

आपदा कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार आठवें मील पर सड़क खोलने का काम चार बजे तक जारी था। दिन भर सड़क बंद होने से टनकपुर और चम्पावत की ओर से आ जा रहे दर्जनों चौपहिया व दुपहिया वाहन बीच में फंस गए। एनएच के ईई एलडी मथेला ने बताया कि सड़क खोलने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। शाम पांच बजे तक आवागमन सुचारू कर दिया जाएगा। इधर बारिश के कारण श्यामलाताल-पोथ मार्ग पर भी बड़े-बड़े बोल्डर गिरने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। यहां मलबा हटाकर तीन घंटे बाद आवागमन सुचारू किया गया।

सूखीढांग क्षेत्र में अंधड़ से केले की फसल को भारी नुकसान

मंगलवार रात हुई बारिश व अंधड़ के कारण सूखीढांग में केले की फसल को भारी नुकसान हुआ है। कई फलदार पेड़ जड़ से उखड़ गए। भाजपा के धूरा अमोड़ी मंडल महामंत्री केएन तिवारी ने बताया कि साग सब्जी चौपट होने के साथ मौन पालक किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है। तेज हवा से छतों में रखे मौन बक्से उड़कर क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने प्रशासन से पीडि़त काश्तकारों को नुकसान का मुआवजा दिए जाने की मांग की है।

टनकपुर व बनबसा में 15 घंटे से अधिक बाधित रही विद्युत आपूर्ति

मंगलवार देर रात हुई भारी बारिश के चलते लोहियाहेड पावर हाउस व कई जगह फॉल्ट आने से टनकपुर व बनबसा क्षेत्र की करीब 15 घंटे विद्युत आपूर्ति ठप रही। जिससे लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। शहर की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था भी प्रभावित रही। दो बजे के बाद विद्युत आपूर्ति बहाल हुई। मंगलवार देर रात करीब 11 बजे तेज हवाओं और भारी बारिश के बीच अचानक बिजली आपूर्ति ठप हो गई। जिस कारण लोग गर्मी से बेहाल हो उठे। लोग रात भर लाइट आने का इंतजार करते रहे लेकिन विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। लाइट सुबह भी नहीं आई तो लोग पानी के लिए भी परेशान होने लगे। इधर, विभागीय कर्मचारियों ने कहा कि लोहियाहेड पावर हाउस में लगे ट्रांसफार्मर में खराबी आने के कारण यह स्थिति पैदा हुई। बारिश के कारण कई स्थानों पर लाइन भी टूट गई थी। काफी मशक्कत के बाद विभाग ने दो बजे विद्युत आपूर्ति बहाल की।

किरोड़ा नाला आने से बही फेंसिंग लाइन

मंगलवार रात्रि हुई बारिश ने विद्युत के साथ क्षेत्र में काफी तबाही मचाई। ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों के आतंक से बचाने के लिए वन विभाग द्वारा लगाई गई फेंसिंग लाइन भी बारिश की भेंट चढ़ गई। बारिश के चलते आए किरोड़ा नाला आ जाने से सोलर फेसिंग के तार और पोल किरोड़ा नाला आने से बह गए हैं। वन विभाग के कर्मचारी पोल को नाले में खोजने में जुटे हुए हैं।


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