Amit Murder Case Kathgodam : दस साल पहले निकिता से किया था विवाह, फिर पत्नी ने दर्ज कराया केस, घर से घसीट कर ले गई थी पुलिस
Amit Murder Case Kathgodam मृतक होटल कारोबारी अमित दो बहनों के बीच इकलौता भाई था। एक बहन संगीता की शादी हो चुकी है। छोटी बहन शालिनी रुद्रपुर तहसील में संविदा में नौकरी करती है। शालिनी बस से अप-डाउन करती है। अमित और उसकी पत्नी के बीच विवाद चल रहा था।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : मृतक होटल कारोबारी अमित दो बहनों के बीच इकलौता भाई था। एक बहन संगीता की शादी हो चुकी है। छोटी बहन शालिनी रुद्रपुर तहसील में संविदा में नौकरी करती है। शालिनी बस से अप-डाउन करती है। अमित और उसकी पत्नी के बीच विवाद चल रहा था। दोनों अबलग रह रहे थे। परिवार के लोगों ने काठगोदाम चौकी इंचार्ज पर उत्पीड़न का आरोप भी लगाया है। कहा कि बहू द्वारा मुकदमा दर्ज कराने पर रात आठ बजे पुलिस घर में घुसकर उन्हें ले गई थी। पुलिस ने मंगल सिंह को पीटा भी।
अमित ने दस साल पहले निकिता से प्रेम विवाह किया था। निकिता व अमित का घर आसपास है। चार माह पहले निकिता मायके जाकर रहने लगी। जबकि सात साल की बेटी आरना पिता के साथ ही रहती थी। इस घटना ने मासूम के सिर से पिता का साया भी छीन लिया। घटना के बाद मौके पर लोगों का जमघट लग गया था। फारेसिंक टीम ने भीड़ को हटा अहम साक्ष्य भी जुटाए।
परिवार के मुताबिक अमित और उसकी पत्नी के बीच विवाद होने पर मामला महिला हेल्पलाइन पहुंचा था। जहां सुनवाई के बाद दोनों पक्षों की काउंसलिंग करवाई गई थी। संतुष्ट होने पर समझौता हुआ और दोनों फिर से साथ रहने लगे। लेकिन बाद में विवाद बढ़ा तो नौबत मुकदमे की आ गई। पिता मंगल सिंह ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी खष्टी देवी व अमित दोनों को ब्रेन में दिक्कत थी। लंबे समय से इलाज चल रहा था। आर्थिक स्थिति को देखते हुए न्यूरोसर्जन डा. महेश शर्मा पैसे भी कम लेते थे। इकलौते बेटे को खोने का दर्द परिवार सहन नहीं कर पाएगा।
वीडियो देखिए, कैसे घसीटकर ले जा रही पुलिस
सितंबर में पत्नी निकिता द्वारा मुकदमा दर्ज कराने के बाद पुलिस ने अमित को गिरफ्तार भी किया था। एसटीएच के बाहर बहन शालिनी ने वीडियो दिखाते हुए कहा कि रात आठ बजे बाद एक दर्जन पुलिसकर्मी बगैर महिला पुलिस के उनके घर में घुस गए थे। जिसके बाद पिता व भाई को घसीटते हुए ले गए। वहीं, मंगल सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस स्टेशन में उन्हें थप्पड़ भी मारे गए। और पूरे परिवार को जेल में डालने की धमकी भी दी।
सर: अब हम जीकर क्या करे
इकलौते बेटे व भाई को खोने के बाद मगल सिंह व शालिनी बदहवास हो चुके थे। एसएसपी सुनील कुमार मीणा से बात करते हुए पिता ने कहा कि अमित की मौत के बाद अब परिवार जीकर क्या करेगा। रिश्तेदारों के साथ अस्पताल के बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह दोनों को संभाला।
दस मिनट बात की और समझाया
एसटीएच पहुंचे एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने पिता की स्थिति को देखते हुए दस मिनट तक उसे अलग ले जाकर बातचीत की। इसके अलावा ढांढस बंधाते हुए कहा कि मुखिया होने की वजह से उन्हें पूरे परिवार को संभालना होगा। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। हत्यारे को जल्द पकड़ लिया जाएगा।