Uttarakhand News: कौसानी में अब अमेरिकन गाला सेब का उत्पादन, चाय व कीवी भी बने पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र
Mini Switzerland Kausani हिमालय की असीम शांति व खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध मिनी स्विटजरलैंड अब फल व चाय उत्पादन में नाम कमा रहा है। यह किसानों की आर्थिकी तो मजबूत कर ही रहा साथ ही पर्यटन उद्योग को भी उछाल दे रहा।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: भारत के मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले कौसानी में अब अमेरिकन गाला सेब का भी उत्पादन होने लगा है। बीते वर्ष रोपित पौधों में खूब फल आए हैं। सेब के साथ ही पर्यटक कीवी और चाय बागान का भी लुत्फ उठाने यहां पहुंच रहे हैं। दीपावली पर कौसानी का सेब बाजार में आ जाएगा। इससे किसानों के साथ ही पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिल रहा है।
कौसानी जहां हिमालय के विहंगम दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। कौसानी के चाय की देश में भी धमक है। अब सेब के बागान और कीवी भी पर्यटकों का खास आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। प्रगतिशील किसान मदन सिंह कठायत ने बताया कि वर्ष 2021 में यहां अपनी जमीन पर अमेरिकन रेड गाला सेब का बागान स्थापित किया गया। वर्ष 2022 में बागान सेब उत्पादन होने लगा है। जिसे दीपावली तक बाजार में उतारा जाएगा।
कौसानी आने वाला प्रत्येक पर्यटक सेब तथा कीवी के बागान को लेकर खासा रोमांचित हो रहा है। मदन सिंह को सब्जी एवं बागवानी में महारत हासिल है। वर्ष 2004 उनके बागान में पांच किलो की फूल गोभी भी चर्चा में रही। उन्होंने बताया कि कीवी का उत्पादन भी हो रहा है। देश-विदेश में अच्छी मांग है। लेकिन फसलों को बंदरों से बचाना चुनौती बनी है।
250 पौधों से की शुरुआत
कौसानी निवासी 69 वर्षीय मदन सिंह ने बताया कि भीमताल में एक कंपनी के फल विशेषज्ञों से उनकी मुलाकात हुई। पता चला कि कौसानी में गाला अमेरिकन प्रजाति का सेब का उत्पादन हो सकता है। प्रथम चरण में 250 पेड़ खरीदे और रोपित किया। एक पेड़ में सात से दस किग्रा तक फल आया है।