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वेतन न मिलने से आहत होकर जिला अस्पताल से रिजाइन करने वाले डॉक्टर पर होगी कार्रवाई, जानें क्या है मामला

चम्पावत जिला अस्पताल में तैनात बांडधारी सर्जन डॉ. राहुल बगैर बांड राशि जमा किए प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं। इसको लेकर सीएमओ ने महानिदेशक को पत्र लिखा है। सीएमओ ने कहा कि अगर डॉ. राहुल प्राइवेट प्रैक्टिस करते मिले तो उनके खिलाफ सख्ती कार्यवाही की जाएगी।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 04:02 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 04:02 PM (IST)
वेतन न मिलने से आहत होकर जिला अस्पताल से रिजाइन करने वाले डॉक्टर पर होगी कार्रवाई, जानें क्या है मामला
डॉ. राहुल प्राइवेट प्रैक्टिस करते मिले तो उनके खिलाफ सख्ती कार्यवाही की जाएगी।

चम्पावत, जेएनएन : चम्पावत जिला अस्पताल में तैनात बांडधारी सर्जन डॉ. राहुल बगैर बांड राशि जमा किए प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं। इसको लेकर सीएमओ ने महानिदेशक को पत्र लिखा है। सीएमओ ने कहा कि अगर डॉ. राहुल प्राइवेट प्रैक्टिस करते मिले तो उनके खिलाफ सख्ती कार्यवाही की जाएगी। बता दें कि चार माह पूर्व जिला अस्पताल में सर्जन डॉ. राहुल चौहान ने अपनी पत्नी गायनी डॉ. मोनिका चौहान के साथ ज्वाइन किया था। दोनों के आने के बाद जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार हुआ लेकिन तीन माह तक शासन द्वारा उनको वेतन उपलब्ध नहीं कराया गया। इस बीच उनके द्वारा लोहाघाट निजी अस्पताल में कार्य किए जाने की शिकायत आने लगी। इससे अस्पताल का वातावरण खराब होने लगा।

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अस्पताल के खराब वातावरण व वेतन न मिलने से आहत सर्जन डॉ. राहुल ने इस्तीफा देते हुए लोहाघाट स्थित निजी अस्पताल में ज्वाइन कर लिया। नोटिस के बाद भी ज्वाइन न करने पर पीएमएस ने इसकी जानकारी महानिदेशक व मेडिकल कॉलेज को दी। सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी द्वारा दो बार मनाने के बाद भी डॉ. राहुल के न मानने पर उन्होंने महानिदेशक को पत्र लिखकर बांड राशि जमा करवाने को कहा। सीएमओ ने कहा कि बांड में डॉक्टर न तो इस्तीफा दे सकता और न ही ठोस कारण के लंबा अवकाश ले सकता है। बगैर बांड राशि जमा किए कोई डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस भी नहीं कर सकता। सीएमओ ने कहा कि डॉ. राहुल को प्राइवेट प्रैक्टिस करने के लिए करीब 35 लाख रुपये जमा करने होंगे। बगैर राशि जमा किए प्राइवेट प्रैक्टिस करते मिले तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

जिला अस्पताल को मिले तीन डॉक्टर

जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार सुधर रही है। जिला अस्पताल में महानिदेशक ने तीन और डॉक्टरों की तैनाती कर दी है। पीएमएस डॉ. आरके जोशी ने बताया कि बाल रोग विशेषज्ञ पद पर डॉ. कमलेश सिंह खाती, नेत्र सर्जन डॉ. ऐश्वर्य धवन तथा निश्चेतक डॉ. वर्षा रानी की तैनाती हुई है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में निश्चेतक व बाल रोग विशेषज्ञ दो-दो हो गए हैं। जिससे मरीजों को बेहतर लाभ मिलेगा। वहीं चौथे डॉक्टर के तौर पर सर्जन डॉ. हिमांशु पांडेय की तैनाती हुई। जबकि डॉ. हिमांशु पूर्व से ही डीएच में बतौर सर्जन काम कर रहे हैं। कारण कि डॉ. हिमांशु के पीजी करने से पूर्व डीएच में ही तैनात थे। जिस कारण कोर्स पूरा होने के बाद उन्होंने वापस ज्वाइन कर लिया था। लेकिन कागजी तौर पर उन्हें अब बतौर सर्जन तैनाती मिली।

वालिक एमआरपी से आयुर्वेदिक डॉक्टर हटे

सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी ने बताया कि जनपद के बॉर्डर पर वालिक स्थित मेडिकल रेपिड पोस्ट पर अभी तक आयुर्वेदिक डॉक्टरों की तैनाती थी। जिन्हें वापस ड्यूटी स्थल पर भेज दिया है। अब एमआरपी पोस्ट पर सुबह देवीधुरा के डॉ. आशीष व शाम को पाटी पीएचसी के डॉ. राकेश ड्यूटी करेंगे।

80 टीमें करेंगी होम आइसोलेशन की निगरानी

सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी ने बताया कि कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखने के लिए विभाग द्वारा क्षेत्रवार 80 टीमें बनाई गई है। जो होम आइसोलेशन में रहने वालों पर निगरानी रखेगी। इसमें ग्राम पंचायत स्तर पर आशा, एएनएम, कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर, फार्मासिस्ट व डॉक्टर मरीज की जांच करेंगे।


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