नहीं मिल रहे आरोपित छात्र, पता पूछने कालेज पहुंची पुलिस
जान से मारने की धमकी देने राजकीय कार्यो में बाधा डालने और सरकारी संपत्ति पर पथराव करने के आरोप में मुकदमा दर्ज होने के बावजूद दो नामजद छात्र अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: जान से मारने की धमकी देने, राजकीय कार्यो में बाधा डालने और सरकारी संपत्ति पर पथराव करने के आरोप में मुकदमा दर्ज होने के बावजूद दो नामजद छात्र अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। 12 अज्ञात के खिलाफ भी रिपोर्ट लिखाई गई है। आरोपितों का असली पता जानने के लिए बुधवार को कोतवाल संजय कुमार व भोटियापड़ाव चौकी प्रभारी पीएस नगरकोटी प्रभारी प्राचार्य से मिलने एमबीपीजी कालेज पहुंच गए।
प्रवेश प्रभारी डा. एसएन सिद्ध ने तीन छात्रों के खिलाफ नामजद और 12 अज्ञातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद भोटियापड़ाव चौकी पुलिस प्रवेश प्रभारी के नवाबी रोड स्थित सरकारी आवास पर पूछताछ करने पहुंची थी। एक छात्र का नामांकन कालेज में होने के कारण उसका पता तो पुलिस को मिल गया, लेकिन अन्य दो छात्रों का पता नहीं मिल सका था। जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर इनमें से एक आरोपित को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया था। शेष छात्र अब भी पकड़ से बाहर हैं।
इधर, बुधवार को कोतवाल और भोटियापड़ाव चौकी प्रभारी ने एमबीपीजी कालेज में प्रभारी प्राचार्य डा. बीआर पंत से मुलाकात कर अन्य छात्रों का पता जानने की कोशिश की, लेकिन कालेज के पास उनका कोई रिकार्ड न होने के कारण उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। इससे पूर्व मंगलवार को भी भोटियापड़ाव चौकी से कुछ पुलिसकर्मी पूछताछ के लिए एमबीपीजी कालेज पहुंचे थे। एसएसपी को भेजा पत्र
राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ इकाई एमबीपीजी कालेज ने बुधवार को प्रभारी प्राचार्य से मुलाकात कर आरोपितों का प्रवेश निरस्त करने, मामले की पैरवी प्राचार्य द्वारा किए जाने समेत कई मांगों का ज्ञापन सौंपा। साथ ही सरकारी आवास पर सुरक्षा और गश्त बढ़ाने, आरोपितों को 24 घंटे में पकड़ने की मांग भी उठाई। प्रभारी प्राचार्य डा. पंत ने संघ के ज्ञापन के साथ ही मामले में कार्रवाई किए जाने को लेकर एक पत्र एसएसपी समेत पुलिस विभाग के अन्य अधिकारियों को भेजा है। ज्ञापन देने वालों में संगठन की अध्यक्ष डा. शांति नयाल, सचिव डा. एचएस भाकुनी, चीफ प्राक्टर डा. विनय विद्यालंकार आदि शामिल रहे।