दो नंबर के धंधे में ईमानदारी एक नंबर की
आइपीएल में सट्टे का कारोबार भले ही काला हो, लेकिन इससे जुड़े सभी लोग आपस में पूरी ईमानदारी से लेन-देन करते हैं।
By Edited By: Published: Tue, 22 May 2018 09:20 PM (IST)Updated: Wed, 23 May 2018 04:58 PM (IST)
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आइपीएल में सट्टे का कारोबार भले ही काला हो, लेकिन इससे जुड़े सभी लोग आपस में पूरी ईमानदारी से लेन-देन करते हैं। फरार मास्टरमाइंड नीटू के जरिये शहर के लोगों का धन दिल्ली में बैठे आकाओं तक पहुंचता है। इसके बदले में नीटू को मोटा कमीशन दिया जाता है। वहीं, दूसरे दिन भी पुलिस के हाथ नीटू के गिरेबां तक नहीं पहुंच पाए। सट्टा खेलने में गिरफ्तार दिखाए गए नीटू के प्रबंधक समेत सातों आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया है। आइपीएल में सट्टा लगने की सूचना पर एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूड़ी के निर्देश पर सोमवार की रात पीआरओ आरती पोखरियाल के नेतृत्व में गठित टीम ने राजपुरा में धर्मकांटे के पास नीटू की दुकान पर छापा मारा था। इस दौरान पुलिस ने सट्टा किंग नीटू के मैनेजर विजय समेत 11 सटोरियों को गिरफ्तार किया। लोगों ने सट्टा खेलने के लिए रुपयों के साथ ही अपनी कार, बाइक व ट्रक तक दांव पर लगा रखे थे। पुलिस को दुकान में रखी मेज की दराज से 11 वाहनों की चाबियां, 17 हजार रुपये समेत काफी पर्चियां मिली। पुलिस के मुताबिक जांच में पता चला कि एक नाबालिग समेत चार लोग केवल मैच देखने के लिए दुकान में आए थे। अन्य सात के विरुद्ध जुआ अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, पुलिस की जांच में शहर में सट्टा खिला रहे कई लोगों के नाम पता चले हैं। इसके साथ ही इनके नेटवर्क के बारे में भी कई सुराग हाथ लगे हैं। पूछताछ में पता चला है कि यहां सट्टा खिलवाने वाले करीब आधा दर्जन लोग हैं। ये दिल्ली के बुकी से जुड़े हैं और वहीं से मैच में बोली के दाम खुलते हैं। समय-समय पर ये बोली बदलती रहती है। स्थानीय सटोरिये रुपयों से बैच में बॉल, बैट्समैन, ओवर, पारी व हार-जीत के हिसाब से सट्टा लगवाते हैं। लोगों का रुपया पहले से ही सटोरियों के पास जमा रहता है। अधिकांश खिलाड़ी घर बैठे ही खेल का भाव पूछकर रुपये लगाते हैं। भोटियापड़ाव चौकी प्रभारी प्रताप नगरकोटी ने बताया कि सभी आरोपितों को न्यायालय ने जमानत पर रिहा कर दिया है। =========== मोबाइल रिकॉर्ड खोलेगा खिलाड़ियों के नाम पुलिस को मौके से 11 मोबाइल भी मिले हैं। इन मोबाइलों के नंबरों का कॉल रिकार्ड खंगाला जाएगा। पुलिस को उम्मीद है कि इस रिकॉर्ड से शहर के कई खिलाड़ियों के नाम उजागर हो जाएंगे। साथ ही नेटवर्क के बारे में कई अन्य जानकारियां भी मिलने की उम्मीद पुलिस जता रही है।
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