एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई गिरोह के 50 सदस्य चिह्नित
रंगदारी के मामले में पुलिस काफी दिनों से विश्नोई गैंग के गुर्गों की तलाश में जुटी हुई है। कई राज्यों में सदस्यों के चिहिनत करने के बाद अब संबंधित राज्यों की पुलिस की मदद से उसकी रंगदारी में गैंगस्टर या उसके गुर्गों की भूमिका का रहस्य खोल सकती है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर) : ताबड़तोड़ फायरिंग कर व्यापारी से लारेंस बिश्नोई के नाम पर एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने अब गिरोह से जुड़े सदस्यों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। इसके तहत अब तक पुलिस हरियाणा, पंजाब और राजस्थान समेत अन्य राज्यों में सक्रिय 50 से अधिक सदस्य भी चिह्नित कर लिए हैं। अब पुलिस इनमें रंगदारी मामले में किसी की संलिप्तता तो नहीं है। इसकी जांच में जुट गई है।
29 दिसंबर की रात गल्ला मंडी स्थित गुरुनानक टायर्स की दुकान पर कई राउंड फायरिंग कर दी गई थी। साथ ही दुकान स्वामी निरमनजीत सिंह के मोबाइल पर वाट्सएप कालकर गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के नाम पर एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले में पुलिस ने बीते गुरुवार को फायरिंग और रंगदारी की साजिश रचने वाले जसवीर उर्फ जस्सी तथा गौरव उर्फ गोलू को गिरफ्तार किया था, जबकि फायरिंग करने वाले चार शूटर और साजिश में शामिल उनके दोस्त सहजदीप उर्फ गुल्लू और मनप्रीत फरार हो गए थे। पकड़े गए आरोपितों ने पूछताछ में शूटरों के जरिए फायरिंग की बात तो कबूल की लेकिन रंगदारी में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के संबंध में कुछ नहीं बता पाए थे।
पुलिस का मानना था कि मुख्य साजिशकर्ता सहजदीप के गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के गुर्गों से संबंध हो सकते है, ऐसे में उसकी तलाश की जा रही है लेकिन वह हाथ नहीं आया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक गैंगस्टर की रंगदारी में संलिप्तता की जांच के लिए अब पुलिस हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में सक्रिय उसके गुर्गों को भी चिह्नित करने में जुट गई है। 50 से अधिक गुर्गे चिह्नित भी किए जा चुके हैं। पुलिस नामजद फरार आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर संबंधित राज्यों की पुलिस की मदद से चिह्नित सदस्यों से पूछताछ के बाद रंगदारी में गैंगस्टर या उसके गुर्गों की भूमिका का रहस्य खोल सकती है।
फरार आरोपितों की तलाश में दूसरी टीम रवाना
फायरिंग और रंगदारी मामले में दो आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि दो साजिशकर्ता सहजदीप और मनप्रीत फरार चल रहे हैं। इसके अलावा चार शूटरों का भी पता नहीं चल पाया है। ऐसे में पुलिस शूटरों और दोनों साजिशकर्ता की तलाश में राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के साथ ही महाराष्ट्र तक दबिश दे चुकी है लेकिन सुराग नहीं मिला। इसके बाद टीम वापस आ गई थी।
इधर, पुलिस की नई टीमों को फरार आरोपितों की धरपकड़ को भेज दिया गया है। एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने बताया कि गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई से जुड़े सदस्यों की सूची पुलिस के पास है। देखा जा रहा है कि उनकी संलिप्तता रंगदारी मामले में है या नहीं। फरार सहजदीप की गिरफ्तारी के बाद ही रंगदारी मांगने वालों के नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस टीम उनकी तलाश में जुटी हुई है।