Uttarakhand Disaster News Updates : उत्तराखंड के कुमाऊं में फंसे 4928 पर्यटक, एक हजार हुए रवाना
Uttarakhand Disaster News Updates कुमाऊं की सैर पर आए पर्यटकों की मुश्किल भी आपदा के बीच बढ़ गई है। सड़क मार्ग और यातायात ठप होने से यहां अब भी देश के विभिन्न हिस्सों के 4928 सैलानी होटल व रिसार्ट में सुरक्षित हैं।
जागरण टीम, हल्द्वानी : Uttarakhand Disaster News Updates : कुमाऊं की सैर पर आए पर्यटकों की मुश्किल भी आपदा के बीच बढ़ गई है। सड़क मार्ग और यातायात ठप होने से यहां अब भी देश के विभिन्न हिस्सों के 4928 सैलानी होटल व रिसार्ट में सुरक्षित हैं। कुछ का बजट कम पड़ा तो उन्होंने धर्मशाला में शरण ली है। बुधवार को मौसम साफ होने पर भवाली-कैंची धाम के आसपास फंसे एक हजार पर्यटकों को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। इस सब के बीच नैनीताल, रानीखेत, अल्मोड़ा, कौसानी, रामनगर के होटल 80 फीसद खाली हो चुके हैं। एडवांस बुकिंग भी रद हो चुकी है।
आपदा का सबसे अधिक असर नैनीताल के पर्यटन पर पड़ा। दुर्गापूजा के बाद यहां के पर्यटक स्थलों पर खासी रौनक थी। लेकिन मौसम विभाग के अलर्ट के बाद अफरा-तफरी मच गई। होटल, रिसार्ट छोड़कर जाने वाले पर्यटक आधे रास्ते में ही फंस गए। इन्हें निकालने के लिए सेना के जवान जुटे हैं। टीम नेशनल हाईवे को भी खोलने में लगी है। अब भी आसपास होटल व रिसार्ट में 250 से अधिक लोग फंसे हैं।
गरमपानी क्षेत्र में फंसे 150 पर्यटकों व यात्रियों को जीआइसी खैरना, अस्पताल परिसर, टीआरसी खैरना में ठहराया गया है। इनमें दिल्ली, मध्य प्रदेश व कोलकाता के पर्यटक हैं। इनके लिए सेना ने भोजन का इंतजाम किया है। इसके साथ रामगढ़, मुक्तेश्वर में भी 100 से अधिक पर्यटक फंसे हैं। अल्मोड़ा जिले के कौसानी, कसार देवी, रानीखेत, द्वाराहाट के होटल व रिसार्ट में 4086 पर्यटक अभी रुके हैं। इनमें 100 विदेशी पर्यटक हैं। बागेश्वर के पिंडारी ग्लेशियर घूमने गया 30 पर्यटकों का दल द्वावाली में फंसा है। भोजन की व्यवस्था लोनिवि के केयरटेकर कर रहे हैं।
पिथौरागढ़ के पंचाचूली बेस कैंप में दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र के 80 पर्यटक रास्ता बंद होने से फंसे हैं। ओखला दार्मा मार्ग बंद होने से पर्यटक दुग्तू व दांतू गांव में ही रुके हैं। ग्रामीणों ने रहने व भोजन का इंतजाम किया है। आदि कैलाश गए 27 यात्री ज्योलिंगकांग में रुके हैं। बंगाल के दो, हरियाणा के तीन यात्री रिलकोट में फंसे हैं। फिलहाल इन्हें आइटीबीपी कैंप में रखा गया है। चम्पावत जिले में पूर्णागिरी जाने वाले 200 यात्री होटल व धर्मशालाओं में रुके हैं।
कहां कितने पर्यटक फंसे
संख्या जिला
500 नैनीताल
4086 अल्मोड़ा
112 पिथौरागढ़
30 बागेश्वर
200 चम्पावत
नैनीताल में 90 फीसद होटल खाली
आपदा के कारण नैनीताल के 90 फीसद होटल खाली हैं। नैनीताल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश चंद्र साह के अनुसार बारिश की चेतावनी के बाद यहां के अधिकतर होटल खाली हो गए। कुछ पर्यटक यहीं रुक गए थे, जो बुधवार को गंतव्य के लिए रवाना हो गए।
कुमाऊं में पर्यटकों के लिए दो दिन और अलर्ट
कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में अभी भी हालात सामान्य नहीं हुए हैं। तेज बारिश की वजह से सड़कों पर मलबा आया है और कई जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार के मुताबिक अभी पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति ठीक होने में कम से कम दो दिन का समय लग सकता है। हालांकि कुछ स्थानों पर आवागमन सुचारू कर दिया गया है, लेकिन बाहर से आने वाले पर्यटकों को अभी भी कम से कम दो-तीन दिन तक पर्वतीय क्षेत्रों का प्रोग्राम बनाते समय अलर्ट रहना होगा।
रेस्क्यू अभियान जारी
डीएम धीराज गब्र्याल ने बताया कि आपदा के बाद से ही रेस्क्यू अभियान जारी है। फिलहाल भवाली मार्ग में फंसे अधिकतर पर्यटकों को रवाना कर दिया गया है। होटल व रिसार्ट में फंसे पर्यटक सुरक्षित हैं। मार्ग खुलते ही अपने गंतव्य को रवाना हो जाएंगे। धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होने लगी है।
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